राष्ट्रपति चुनाव: ममता की TMC ने अपने सांसदों और विधायकों को एक दिन पहले कोलकाता पहुंचने को कहा
Presidential election 2022 News: पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की सख्त शर्त पर कहा कि तृणमूल कांग्रेस के किसी विधायक या सांसद का एक भी वोट रद्द होना पार्टी के लिए बड़ी शमिर्ंदगी होगी.
Presidential election News: तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल में अपने सभी निर्वाचित विधायकों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि वे राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले ही 17 जुलाई की दोपहर तक कोलकाता पहुंच जाएं. इसी तरह के निर्देश संसद के दोनों सदनों के पार्टी सांसदों को भी भेजे गए हैं, जिन्हें पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर में वोटिंग में भाग लेना है. पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि यह निर्देश इसलिए दिया गया है ताकि पार्टी के दिग्गज, जिन्हें राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने का पूर्व अनुभव हो, संसदीय राजनीति में नए लोगों को नियमों और प्रक्रियाओं के बारे में अपडेट कर सकें.
सभी वोट सिन्हा के पक्ष में जाएं और एक भी वोट रद्द न रह जाए- टीएमसी
राज्य मंत्रिमंडल में शामिल पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की सख्त शर्त पर कहा कि तृणमूल कांग्रेस के किसी विधायक या सांसद का एक भी वोट रद्द होना पार्टी के लिए बड़ी शमिर्ंदगी होगी. उन्होंने कहा, "विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए पद से इस्तीफा दे दिया. इसलिए, अंतिम परिणाम जो भी हो, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे खेमे के सभी वोट सिन्हा के पक्ष में जाएं और एक भी वोट रद्द न रह जाए."
पार्थ चटर्जी के नेतृत्व में हुआ टीम का गठन
पता चला है कि तृणमूल कांग्रेस महासचिव और राज्य के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी के नेतृत्व में चार सदस्यीय कोर टीम का गठन किया गया है जो पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेगी. कोर टीम के सदस्य पहले ही जिलों के विधायकों और सांसदों को इस मामले में याद दिलाने के लिए पहुंचना शुरू कर चुके हैं. उपलब्ध नवीनतम जानकारी के अनुसार, आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य और अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा को छोड़कर तृणमूल कांग्रेस के अन्य सभी निर्वाचित लोकसभा और राज्यसभा सदस्य राज्य विधानसभा परिसर में ही मतदान करेंगे.
टीएमसी-कांग्रेस ने किया अपने पक्ष में क्रॉस वोटिंग का दावा
इस बीच, बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस दोनों ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में अपने पक्ष में क्रॉस वोटिंग का दावा किया है. वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक और कलकत्ता विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार राजगोपाल धर चक्रवर्ती के अनुसार, भले ही क्रॉस वोटिंग हो जाए, लेकिन इसे रोकने के लिए किसी भी पार्टी के पास कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति चुनाव गुप्त मतदान होता है और पार्टी व्हिप यहां काम नहीं करते हैं. इसलिए, किसी के लिए यह जानना संभव नहीं है कि किसने किसे वोट दिया है."