(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kolkata: एक दूजे के लिए! पत्नी की कोरोना से गई जान तो पति ने बनवाई सजीव दिखने वाली प्रतिमा, खूब हो रही चर्चा
Tapas Shandilya: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस प्रतिमा का वजन लगभग 30 किलो है. मूर्ति पर सोने के आभूषण भी पहनाए गए हैं
Silicone Statue in Kolkata: कहते हैं कि पति-पत्नी का साथ अटूट होता है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में, जहां एक बुजुर्ग (Tapas Shandilya) तापस शांडिल्य (65) ने अपनी पत्नी की याद में सजीव सी दिखने वाली उनकी प्रतिमा बनवाई है. यह प्रतीमा लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इस प्रतिमा की लागत 2.5 लाख रुपये बताई गई है.
दरअसल, कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) की वजह से तापस की पत्नी इंद्राणी की मौत हो गई थी. इसके बाद तापस ने ऐसा कदम उठाया, जिसकी लोग हर तरफ चर्चा कर रहे है. तापस ने इंद्राणी की यह प्रतिमा सिलिकान से बनवाई है. बड़ी बात ये है कि तापस ने अपनी पत्नी की प्रतिमा सोफे पर लगवाई है, जो उनकी पसंदीदा जगह थी. इंद्राणी की यह मूर्ति यहां आसपास रहने वाले लोगों को आकर्षित कर रही है. बता दें कि तापस सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी हैं.
लगभग 30 किलो है इस प्रतिमा का वजन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस प्रतिमा का वजन लगभग 30 किलो है. मूर्ति पर सोने के आभूषण भी पहनाए गए हैं. बताया जा रहा है कि इंद्राणी को गहनों से बहुत लगाव था. वहीं, उनके शरीर पर असम की एक रेशमी साड़ी भी पहनाई गई है. यह साड़ी उन्होंने अपने बेटे की शादी के रिसेप्शन में पहना था. मूर्तिकारों ने बताया कि मोम की मूर्ति की तुलना में सिलिकान मूर्तिकला को बनाए रखना बहुत आसान होता है. इसीलिए सिलकान से मूर्ति बनाई गई है. तापस और उनकी पत्नी की वायरल तस्वीरें देखते ही बन रही हैं.
जानें- क्यों लगवाई प्रतिमा
नव भारत टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, तापस की पत्नी ने उनसे एक बार कहा था कि वह ऐसी प्रतिमा बनवाएं. तापस बताते हैं, 'मेरी पत्नी की मृत्यु चार मई, 2021 को हुई थी और मैं बस उसकी इच्छा पूरी करना चाहता था. कुछ समय पहले हम मायापुर में इस्कान मंदिर गए थे. यहां पर ऐसी भक्तिवेदांत स्वामी की सजीव प्रतिमा देखकर वे मोहित हो गए. इंद्राणी और वह उस प्रतिमा की बातें करते रहे. इसी दौरान इंद्राणी ने उनसे मजाक में कहा कि उनके मरने के बाद उनकी ऐसी ही प्रतिमा बनवाएं.' यह केवल मजाक था लेकिन इंद्राणी की मौत के बाद तापस ने उनका ये सपना पूरा किया, जिसके लिए उन्होंने दर्जी की भी मदद ली.
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