West Bengal Forest Department: यह सर्दी प्रकृति और पक्षी देखने वालों के लिए दोहरी खुशखबरी लेकर आई है. एक अधिकारी ने शनिवार (11 फरवरी) को कहा कि पहले सुंदरबन पक्षी महोत्सव के दौरान पक्षियों की 145 प्रजातियों को देखा गया. शुक्रवार को समाप्त हुआ दो दिवसीय पक्षी उत्सव पश्चिम बंगाल (West Bengal) वन विभाग के सुंदरबन टाइगर रिजर्व (Sundarban National Park) के तरफ से आयोजित किया गया था. सुंदरबन क्षेत्र पश्चिम बंगाल (West Bengal) के उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में फैला हुआ है.


वन अधिकारियों ने सुंदरबन क्षेत्र में मौजूदा सर्दियों के मौसम में पक्षियों की 145 विभिन्न प्रजातियों को देखा है, जिनमें से दो अत्यंत दुर्लभ और लगभग विलुप्त प्रजातियों में से थीं. सुंदरबन टाइगर रिजर्व के डिप्टी फील्ड डायरेक्टर एस. जस्टिन जोन्स ने कहा कि पक्षियों की दो प्रजातियां लेसर सैंड प्लोवर और यूरेशियन कल्र्यू हैं. कल्र्यू पक्षी प्रजातियों की एक प्रवासी श्रेणी है, जो मुख्य रूप से दक्षिण एशिया, दक्षिण यूरोप और अफ्रीका में सर्दियों में रहती है और लेसर सैंड प्लोवर मुख्य रूप से हिमालय में वृक्ष-रेखा के ऊपर और कभी-कभी उत्तर-पूर्वी साइबेरिया के तटीय मैदानों में होती है.


पक्षियों की 100 प्रजातियां देखी जाएंगी
जोन्स ने कहा कि वन विभाग ने शुरू में अनुमान लगाया था कि इस क्षेत्र में पक्षियों की लगभग 100 प्रजातियां देखी जाएंगी, लेकिन यह 145 का आंकड़ा भी पार कर गया. उन्होंने कहा, "पक्षियों की प्रजातियों में से 128 को बफर जोन में देखा गया, कलस-2 क्षेत्र में प्रजातियों की अधिकतम संख्या देखी गई. इस बीच, राज्य के वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि वे अगले सर्दियों के मौसम से सुंदरबन में पक्षियों की अधिक प्रवासी प्रजातियों को आकर्षित करने के लिए कुछ कदम उठा रहे हैं.


उन्होंने कहा, "बफर जोन में प्रजातियों की अधिकतम संख्या का पता लगाना भी चिंता का कारण है. इसलिए, हमने प्रवासी प्रजातियों के पसंदीदा द्वीपों के पास रहने वाले ग्रामीणों के बीच जागरूकता अभियान शुरू करने का फैसला किया है. हम ग्रामीणों को जागरूक करेंगे कि कैसे इन द्वीपों को पक्षियों की इन प्रवासी प्रजातियों के लिए एक आदर्श गंतव्य बनाया जाए."


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