11th Class Admission: पश्चिम बंगाल HS ने 11वीं साइंस स्ट्रीम में एडमिशन के लिए कटऑफ घटाई, जानिए अब कितने प्रतिशत वाले कर सकते हैं अप्लाई
पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में 11वी में साइंस स्ट्रीम में एडमिशन के लिए 35 प्रतिशत कटआउट कर दिया है. अंकों का न्यूनतम प्रतिशत 45 फीसदी से कम कर दिया गया है.
11th Class Science Stream Admission: पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन ने ग्यारहवीं कक्षा में साइंस बेस्ड इलेक्टिव सब्जेक्ट्स को लेने के लिए छात्रों के लिए गणित या सांख्यिकी, जैविक विज्ञान, भौतिकी या रसायन विज्ञान या दोनों, भूगोल और कंप्यूटर विज्ञान जैसे कुछ विषयों में कट ऑफ को घटाकर 35% कर दिया है.
वहीं परिषद के नोटिस के बाद नगर परिषद से एफिलिएटेड स्कूलों के कई प्रिंसिपलों को कम अंक में एडमिशन के लिए कई सवाल मिले हैं. जादवपुर विद्यापीठ जैसे स्कूलों को साइंस स्ट्रीम में 165 सीटों के मुकाबले 90% और उससे अधिक अंकों वाले उम्मीदवारों से Queries मिली हैं. इसी के साथा, उन्हें फोन भी आ रहे हैं और छात्रों और अभिभावकों से 55% से कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रो के भी साइंस सब्जेक्ट में एडमिशन के लिए रिक्वेस्ट की जा रही है.
एडमिशन मेरिट सूची के अनुसार किया जाएगा
स्कॉटिश चर्च कॉलेजिएट स्कूल, जोधपुर पार्क बॉयज़ स्कूल, टाकी हाउस जैसे स्कूलों को भी कम प्रतिशत में एडमिशन देने के लिए रिक्वेस्ट मिल रही हैं. टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक स्कॉटिश चर्च कॉलेजिएट स्कूल के प्रिंसिपल बिभास सान्याल ने कहा, “हमने विज्ञान विषयों में आवेदन करने के लिए कुल मिलाकर 65% तय किया है. जिलों से भी कई छात्रों के फोन आ रहे हैं, जो कम प्रतिशत वाले विज्ञान विषयों के लिए भी आवेदन करना चाहते हैं, लेकिन एडमिशन मेरिट सूची के अनुसार किया जाएगा.
शिक्षकों के एक सेक्शन का ये है कहना
वहीं शिक्षकों के एक वर्ग ने एक्सप्लेन किया है कि किसी भी विषय में 35% से कम होने से बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए पंजीकरण के समय समस्याएँ पैदा होंगी. एक शिक्षक ने कहा, "ऐसी समस्याओं से बचने के लिए, हर साल परिषद प्रत्येक विषय के लिए सबसे कम कट-ऑफ को मेंशन करते हुए नोटिस जारी करती है, ताकि छात्रों को पंजीकरण के समय परेशानी का सामना न करना पड़े."
कम प्रतिशत में साइंस सब्जेक्ट में एडमिशन के लिए आ रहे कॉल
परिषद ने इस वर्ष विज्ञान विषयों के लिए सबसे कम 35 प्रतिशत कटऑफ घोषित करने के लिए 3 जून को माध्यमिक परिणाम प्रकाशित होने के बाद एक नोटिस जारी किया है. लेकिन इस घोषणा ने छात्रों और अभिभावकों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है और अधिकांश राज्य-संबद्ध स्कूलों के प्रमुखों को कम प्रतिशत में विज्ञान विषयों में प्रवेश के लिए कॉल आ रहे हैं.
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