West Bengal SSC Scam: 'मैं मानसिक उत्पीड़न का शिकार हो रहा हूं,' PMLA कोर्ट के सामने बोले पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी
West Bengal SSC Scam Update: शिक्षक भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी ने पार्थ चटर्जी ने दावा किया है कि उन्हें राजनीतिक साजिश का शिकार बनाया जा रहा है.
West Bengal SSC Scam: करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) ने मंगलवार 7 (फरवरी) को दावा किया कि उन्हें राजनीतिक साजिश का शिकार बनाया जा रहा है और मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है. चटर्जी ने मंगलवार को शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित संलिप्तता के संबंध में विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष कहा- मैं जानता हूं कि मैं निर्दोष हूं. मैं मानसिक उत्पीड़न का शिकार हो रहा हूं. कुछ राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए मुझे परेशान किया जा रहा है.
पिछले साल जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तारी के शुरूआती दिनों में, चटर्जी ने एक से अधिक बार साजिश के सिद्धांत के बारे में बात की थी. बाद में उन्होंने अपनी लाइन बदल ली. तृणमूल कांग्रेस द्वारा उनके सभी मंत्री और पार्टी पोर्टफोलियो छीन लेने के बावजूद, उन्होंने पार्टी के प्रति एकजुटता व्यक्त करना जारी रखा. हालांकि, मानसिक उत्पीड़न की अतिरिक्त शिकायत के साथ मंगलवार को उन्होंने साजिश के सिद्धांत को पुनर्जीवित किया, इसने राज्य के राजनीतिक हलकों में लहर पैदा कर दी. तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि चटर्जी सहानुभूति बटोरने के लिए नाटक का सहारा ले रहे हैं. घोष ने कहा, जब मैं सलाखों के पीछे था, उसने मुझे मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया था. क्या उसने उस समय मानसिक उत्पीड़न के बारे में नहीं सोचा था? मेरे सामने उसका नाम मत लो. वह नाटक कर रहा है.
ED ने बरामद किए थे करोड़ों रुपये
चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी, जिनके आवास से ईडी (ED) ने पिछले साल जुलाई में करोड़ों रुपये बरामद किए थे, को भी मंगलवार को विशेष अदालत के समक्ष वर्चुअली पेश किया गया था. सुनवाई के दौरान, वह टूट गई और शिकायत की कि उसे जेल में पर्याप्त चिकित्सा नहीं मिल रही है. हालांकि, न्यायाधीश ने उनकी जमानत याचिका मंजूर नहीं की और कहा कि मामले की अगली सुनवाई 14 फरवरी को होगी.
पार्थ चटर्जी के खिलाफ क्या हैं आरोप?
पश्चिम बंगाल के मंत्री रहे और टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने शिक्षक भर्ती के लिए करोड़ों रुपये लिए. आरोप है कि जिन लोगों ने लाखों रुपये दिए उन्हें इस परीक्षा में पास करा दिया गया. ओएमआर शीट बदलने के भी आरोप हैं. ये भर्ती प्रक्रिया 2016 में शुरू हुई थी, जिसके बाद कई उम्मीदवारों ने नतीजों को चुनौती दी थी. हाईकोर्ट तक मामला पहुंचा और फिर मामले की जांच शुरू हुई. हाईकोर्ट ने सीबीआई को ये मामला सौंप दिया था. उस वक्त पार्थ चटर्जी पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री थे.
बंगाल सरकार ने मंत्री पद से हटाया
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पार्थ चटर्जी को उनकी गिरफ्तारी के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया था. उनको बंगाल सरकार के मंत्री पद से भी हटा दिया गया था. चटर्जी (Partha Chatterjee) ने अपनी गिरफ्तारी के समय ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार में संसदीय मामलों, उद्योग और वाणिज्य सहित कई विभागों का कार्यभार संभाला था.
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