Mumbai News: मुंबई शहर से लगातार सेक्सटॉर्शन के मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामले में एक 43 साल के शख्स को सेक्सटॉर्शन का शिकार होकर साढ़े सात लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. पीड़ित के मुताबिक उसे एक शख्स ने फोन कर दावा किया था कि वह दिल्ली साइबर क्राइम ब्रांच का एक पुलिस अधिकारी है. उसने पीड़ित को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में फंसाने की धमकी दी थी.
आरोपी ने पीड़ित को एक केस में फंसाने की धमकी दी थी
नकली पुलिस अधिकारी ने खुद का नाम अरुण सक्सेना बताया था और पीड़ित को एक महिला की तस्वीर भेजी थी. पीड़ित के मुताबिक उसने तस्वीर वाली महिला के साथ कुछ दिन पहले वीडियो चैट की थी. चैट के दौरान महिला ने कैमरे के सामने कपड़े उतारे थे. खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताने वाले शख्स ने पीड़ित से कहा था कि सोशल मीडिया पर महिला की अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद उसने आत्महत्या कर ली है. फिर उसने पीड़ित को मामले में फंसाने की धमकी देते हुए पैसों की डिमांड की थी. फिलहाल निर्मल नगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, "साइबर टीम आईपी पते और फोन नंबर को ट्रैक कर रही है, जिसका इस्तेमाल जालसाज पैसे निकालने के लिए करता था."
15 से 18 जुलाई के बीच पीड़ित ने गंवाए साढ़े सात लाख से ज्यादा रुपये
गौरतलब है कि एक प्राइवेट फर्म में कार्यरत शिकायतकर्ता ने 15 से 18 जुलाई के बीच साढ़े सात लाख से ज्यादा रुपये गंवा दिए थे. समस्या तब शुरू हुई जब वह 14 जुलाई को सांताक्रूज (पूर्व) में एक दोस्त के घर पर था. पीड़ित ने बताया कि, "रात के करीब 10 बजे, अंकिता शर्मा नाम की महिला से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थी जिसे उसने मंजूर कर लिया और फिर तुरंत उसने एफबी मैसेंजर पर उसके साथ चैट भी की. बाद में वह एक वीडियो कॉल पर आई और अपने कपड़े निकालने लगी. इसके बाद मैंने चैट को डिस्कनेक्ट कर दिया. जब महिला ने फिर से पिंग किया तो मैंने अपना मोबाइल नंबर शेयर कर दिया. इस बार उसने व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर भी ऐसा ही किया और मुझे कैमरे के सामने अपना चेहरा दिखाने के लिए कहा. कुछ गड़बड़ होने पर मैंने कॉल काट दिया और महिला का नंबर और उसका एफबी पेज ब्लॉक कर दिया.
पीड़ित ने वीडियो क्लिप हटाने के लिए पहले दिए 2.53 लाख रुपये
चैट के एक दिन बाद, शिकायतकर्ता को एक वीडियो क्लिप मिली, जिसे अंकिता शर्मा नाम की फेसबुक महिला ने रिकॉर्ड किया था और इस वीडियो को भेजने वाले ने अपनी पहचान सक्सेना के रूप में बताई. मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि "फर्जी पुलिस वाले ने शिकायतकर्ता को डरा दिया जिसके बाद पीड़ित ने वीडियो हटाने के लिए 2.53 लाख रुपये का भुगतान किया. ”
फर्जी पुलिस अधिकारी ने 5 लाख और मांगे
बाद में फर्जी पुलिस अधिकारी ने महिला के परिवार को पांच लाख रुपये देने की मांग कीय पुलिस ने बताया कि "शिकायतकर्ता ने अपनी बचत से जोड़े पैसों को तीन मौकों पर स्थानांतरित कर दिया ताकि उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए केस दर्ज नहीं किया जाए. हालांकि, जालसाज ने और पैसे की मांग की। तब शिकायतकर्ता को एहसास हुआ कि उसे धोखा दिया गया है." इसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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