मुंबई में 185 करोड़ रुपए के फर्जी ITC घोटाले का भंडाफोड़, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए दो आरोपी
ITC Scam Mumbai: सीजीएसटी ने कहा कि 250 से अधिक ऐसे व्यापारिक संगठनों का नेटवर्क दिल्ली, उत्तर प्रदेश में कानपुर और महाराष्ट्र में मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई जैसे कई राज्यों में फैला हुआ है.
ITC Scam Mumbai: सेंट्रल जीएसटी के मुंबई साउथ कमिश्नरेट ने लगभग 22 करोड़ रुपये के फर्जी जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने के लिए इस्तेमाल किए गए 185 करोड़ रुपये के फर्जी जीएसटी चालान के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है और दो लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी.
सीजीएसटी ने शुरू की थी आदित्य एंटरप्राइजेज के खिलाफ जांच
आरोपी आदित्य एंटरप्राइजेज के मालिक हैं, जिन्होंने मौद्रिक लाभ के बदले इस फर्म के निर्माण और उपयोग के लिए अपनी पहचान उधार दी थी, और उसका दोस्त जिसने नकली जीएसटी चालान प्राप्त करने और जारी करने के लिए इकाई का संचालन किया था. एक विशिष्ट टिप-ऑफ के बाद, सीजीएसटी मुंबई साउथ कमिश्नरेट की एंटी-एविजन विंग ने आदित्य एंटरप्राइजेज के खिलाफ जांच शुरू की और पता लगाया कि कथित व्यावसायिक पता वास्तव में एक आवासीय परिसर था जिसमें किसी भी व्यापारिक गतिविधि का कोई निशान नहीं था.
14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए दो आरोपी
दोनों को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. अधिकारियों ने यह भी पाया कि फर्म ने धोखाधड़ी से 11.01 करोड़ रुपये के आईटीसी का दावा किया था और लगभग 185 करोड़ रुपये के फर्जी चालान का उपयोग करते हुए 10.96 करोड़ रुपये के आईटीसी को पारित किया था, हालांकि माल की आपूर्ति या प्राप्ति से संबंधित कोई वास्तविक व्यापार लेनदेन नहीं था.
सीजीएसटी ने कहा कि 250 से अधिक ऐसे व्यापारिक संगठनों का नेटवर्क दिल्ली, उत्तर प्रदेश में कानपुर और महाराष्ट्र में मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई जैसे कई राज्यों में फैला हुआ है और बकाया वसूलने के लिए इनकी जांच की जा रही है. चालू वित्त वर्ष में कमिश्नरेट की यह पांचवीं गिरफ्तारी है और इसने 949 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी और 18 करोड़ रुपये की वसूली का पता लगाया है.