Mumbai Cyber Crime: मुंबई में कम से कम 80 लोगों से साइबर ठगों द्वारा एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि ठगे जाने का मामला सामने आया है. ठगे गए लोगों में ज्यादातर 60-80 आयु वर्ग के हैं. पुलिस सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जालसाजों ने पीड़ितों से कहा कि उनके बिजली के बिल अपडेट नहीं हैं और उन्हें बिल का ऑनलाइन भुगतान करना होगा तथा यदि उन्होंने इसका भुगतान नहीं किया तो उनकी बिजली काट दी जाएगी. उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.


धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों में कौन-कौन शामिल?


पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दिलचस्प बात यह है कि सात जून से चार जुलाई के बीच इस धोखाधड़ी के शिकार हुए कुछ पीड़ितों में चिकित्सक, होटल व्यवसायी, नौसेना अधिकारी, कॉलेज के छात्र, इंजीनियर, व्यवसायी, सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी और यहां तक कि कुछ घरेलू सहायिका भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि धोखेबाज लोगों द्वारा एसएमएस के रूप में यह संदेश भेजा जाता था कि उनके पिछले महीने का बिजली बिल अपडेट नहीं है और उनकी बिजली काट दी जाएगी तथा इससे बचने के लिए तुरंत 'बिजली अधिकारी' से संपर्क करने की आवश्यकता है.


'कॉल सेंटर' के संपर्क नंबर का भी उल्लेख करते थे धोखेबाज 


अधिकारी ने बताया कि ''धोखेबाज लोग संदेश में 'कॉल सेंटर' के संपर्क नंबर का भी उल्लेख करते थे. जब पीड़ित उस नंबर पर कॉल करते थे, तो उन्हें बताया जाता था कि रात में उनकी बिजली काट दी जाएगी. उन्हें किसी भी परेशानी से बचने के लिए ऑनलाइन भुगतान करने का विकल्प दिया जाता था. एक बार भुगतान करने के बाद जालसाज उनके खातों के जानकारी की नकल कर लेते थे और पैसे निकाल लेते थे.'' उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 80 लोगों के बैंक खातों से 1.06 करोड़ रुपये निकाले गए.


अधिकारी ने कहा कि धोखाधड़ी के इस मामले में प्राथमिकी मुंबई के विभिन्न उपनगरों के 40 थानों में दर्ज की गई. पुलिस ने 37 वर्षीय एक व्यक्ति को नेपियन सी रोड निवासी एक महिला को इस तरह का फर्जी संदेश भेजने में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया है. अधिकारी ने कहा कि साइबर पुलिस के अलावा स्थानीय पुलिस भी समानांतर जांच कर रही है.


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