Cyrus Mistry Death Case: क्या साइरस मिस्त्री की मौत के लिए अनाहिता जिम्मेदार? पुलिस ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट
Palghar Police on Cyrus Mistry Case: पालघर के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने जानकारी दी, "हमने बुधवार को कोर्ट के सामने डॉ पंडोले के खिलाफ चार्जशीट दायर की है."
Cyrus Mistry Car Crash Case: चार महीने पहले उद्योगपति (Cyrus Mistry) साइरस मिस्त्री (54) और उनके बहनोई जहांगीर पंडोले (49) की मौत के मामले में पालघर पुलिस ने फेमस प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ (Dr Anahita Pandole) डॉ अनाहिता पंडोले (55) के खिलाफ बुधवार को आरोप पत्र दायर किया.
विकास भारतीय दंड संहिता और मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत तेजी से और लापरवाही से ड्राइविंग के कारण मौत का कारण बनने के दो महीने बाद यह आरोप पत्र दायर किया गया है. बता दें कि प्राथमिकी 5 नवंबर को पालघर जिले के कासा पुलिस थाने में दर्ज की गई थी, जिसके अधिकार क्षेत्र में पिछले साल 4 सितंबर को दुर्घटना हुई थी. दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल अनाहिता पंडोले को अस्पताल में 108 दिन बिताने के बाद 22 दिसंबर को छुट्टी दे दी गई थी.
पालघर के पुलिस अधीक्षक ने दी ये जानकारी
पालघर (Palghar) के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने जानकारी दी, "हमने बुधवार को कोर्ट के सामने डॉ पंडोले के खिलाफ चार्जशीट दायर की है." दहानु डिवीजन के पुलिस उपाधीक्षक संजीव पिंपले के अनुसार, चार्जशीट लगभग 150 पन्नों की है.
इस मामले में पालघर जिला देहा पुलिस ने 5 नवंबर 2022 को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304-ए (लापरवाही से वाहन चलाने के कारण मौत), 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना या आम लोगों के चलने के मार्ग पर गाड़ी चलाना), 337 (मानव जीवन को खतरे में डालने वाला कृत्य करना) और मोटर वाहन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था. पुलिस ने कई गवाहों से पूछताछ की और क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) तथा मर्सिडीज बेंज इंडिया-पुणे से भी रिपोर्ट ली.
पुलिस ने कही थी ये बात
इस मामले में पुलिस ने पहले कहा था कि साइरस मिस्त्री और जहांगीर पंडोले ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी. पुलिस के मुताबिक, प्रथम दृष्टया हादसा कार की तेज गति और ड्राइवर की गलती से होना प्रतीत हुआ. पुलिस ने बताया था कि कार को अनाहिता पंडोले ड्राइव कर रही थीं. अनाहिता पंडोले स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं. हादसे में भी काफी घायल हुई थीं. मुंबई के एक अस्पताल में 108 दिनों तक इलाज के बाद दिसंबर के महीने में उन्हें छुट्टी मिली.