Kangana Ranaut in Court: अभिनेत्री कंगना रनौत हिंदी फिल्मों के गीतकार जावेद अख्तर द्वारा दायर मानहानि के मामले में सोमवार को अंधेरी उपनगरीय मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश हुईं. इस दौरान उन्होंने गुनाह स्वीकार नहीं किया. उनके आग्रह पर अदालत में कार्यवाही बंद कमरे में हुई. नवंबर 2020 में अख्तर की ओर से रनौत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद अदालत में यह उनकी तीसरी पेशी है.
'मीडिया ट्रायल' नहीं चाहती थीं कंगना
अदालत की कार्यवाही बंद कमरे में हुई और मजिस्ट्रेट ने वकीलों और मीडिया सहित सभी को वहां से बाहर जाने का निर्देश दिया कि क्योंकि शाम 4:45 बजे अदालत पहुंचीं रनौत 'मीडिया ट्रायल' नहीं चाहती थीं. कार्यवाही शुरू होने से पहले, उनके वकील ने अदालत से निवेदन किया था कि वह वहां से सभी को जाने के लिए कहे, क्योंकि उनकी मुवक्किल 'मीडिया ट्रायल' नहीं चाहतीं. हालांकि अदालत में मौजूद पत्रकारों ने मजिस्ट्रेट आर एन शेख से बात करने का प्रयास किया.
कार्यवाही बंद कमरे में दोनों पक्षों के वकीलों की उपस्थिति में शुरू हुई, जिनमें से एक ने बाद में कहा कि अभिनेत्री ने गुनाह स्वीकार नहीं किया, जिसका अर्थ है कि अब मामले में मुकदमा शुरू हो सकता है. रनौत ने पटकथा लेखक-गीतकार के खिलाफ दर्ज कराई गई अपनी जवाबी शिकायत में अपना सत्यापन बयान भी दर्ज कराया. जवाबी शिकायत में अपना बयान दर्ज कराने के लिए, अभिनेत्री ने अप्रैल में एक विशेष तारीख पर बंद कमरे में कार्यवाही करने का आदेश प्राप्त किया था.
अख्तर ने क्या आरोप लगाया था?
अख्तर (76) ने अपनी शिकायत में रनौत पर एक टेलीविजन साक्षात्कार में उनके खिलाफ मानहानिकारक बयान देने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि इससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है. गीतकार ने दावा किया था कि जून 2020 में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के कथित तौर पर आत्महत्या करने के बाद, रनौत ने एक टीवी साक्षात्कार के दौरान बॉलीवुड में एक ‘मंडली' होने का जिक्र करते हुए उनका नाम घसीटा था.
वहीं, अभिनेत्री ने अख्तर के खिलाफ अपनी शिकायत में कहा कि एक सह-कलाकार के साथ उनके सार्वजनिक विवाद के बाद गीतकार ने उन्हें और उनकी बहन रंगोली चंदेल को 'दुर्भावनापूर्ण और गलत इरादों के साथ अपने घर बुलाया और फिर उन्हें आपराधिक रूप से धमकाया और डराया.'