Mumbai News: BMC शहर के मिसिंग फुटपाथों का लिंक पता करने के लिए शुरू करेगी सर्वे, जानिए- क्या है प्लान
बीएमसी मुंबई में जर्जर हो चुके फुटपाथों का पता लगाने के लिए एक सर्वे शुरू करने जा रही है. ये सर्वे शहर के सौंदर्यीकरण योजना के तहत शुरू किया जा रहा है ताकि मिसिंग फुटपाथों का पता लगाया जा सके.
Mumbai News: बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की तीन महीने के भीतर शहर के सौंदर्यीकरण करने की लेटेस्ट योजना के तहत, नागरिक निकाय ने मुंबई में फुटपाथों के मिसिंग लिंक का पता लगाने के लिए एक सर्वे शुरू किया है. बता दें कि 17 सितंबर को, बीएमसी ने मुंबई के सौंदर्यीकरण योजना की घोषणा की थी. इसके अंतर्गत कई सुधार परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. नागरिक निकाय ने इस परियोजना के लिए 1,700 करोड़ रुपये का बजट रखा है जोकि सड़क मरम्मत कार्यों के लिए उसके वार्षिक बजट के बराबर है.
बीएमसी के अधिकार क्षेत्र में कितना सड़क नेटवर्क आता है
मुंबई शहर में 2,000 किमी का सड़क नेटवर्क है जो नागरिक अधिकार क्षेत्र में आता है. मुख्य सड़कों और फ्लाईओवर के अलावा, शहर की सभी सड़कों के दोनों ओर फुटपाथ हैं. लेकिन सही प्रकार से रख-रखाव न होने की वजह से कई फुटपाथ अब जर्जर हो चुके हैं और फेरीवालों द्वारा उन पर अतिक्रमण भी कर लिया गया है.
BMC एक यूनिक जीआईएस मैपिंग सिस्टम का इस्तेमाल करेगी
वरिष्ठ अधिकारियों ने इस संबंध में कहा कि फुटपाथों का सुधार सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट के प्रमुख पहलुओं में से एक है और फुटपाथों को पैदल यात्रियों के अनुकूल क्षेत्रों में बदलने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इस प्रक्रिया के तहत, बीएमसी एक यूनिक जीआईएस मैपिंग सिस्टम का इस्तेमाल करके शहर के पूरे फुटपाथ नेटवर्क की एक वर्चुअल इमेजरी बनाएगी, जिसके बाद वह लापता फुटपाथों का पता लगाने के लिए ओरिजनल ग्राउंड सिचुएशन के साथ इस नक्शे को सुपरइम्पोज़ करेगी.
फुटपाथों के मिसिंग लिंक को कैसे किया जाएगा ट्रैक
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,“हम फुटपाथों के मिसिंग लिंक को ट्रैक करेंगे. जैसे कि, प्वाइंट A और प्वाइंट D के बीच एक स्ट्रैच है जहां हम देख सकते हैं कि A और C के बीच का फ़ुटपाथ स्ट्रैच बरकरार है लेकिन C और D के बीच पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है. हम डेटा को संकलित करने के लिए इन क्षतिग्रस्त कड़ियों को ट्रैक करेंगे जिनका उपयोग मिसिंग गैप को भरने में किया जाएगा. ”
बता दें कि 2018 के अंत में इसी तरह का एक सर्वे शुरू किया गया था, लेकिन तकनीकी मुद्दों के कारण ये असफल रहा था. वहीं कोविड -19 महामारी के कारण प्रोजेक्ट में और देरी हुई. अधिकारी ने कहा, "पिछले दो वर्षों में फुटपाथों के कई लापता लिंक की मरम्मत भी की गई है, इसलिए पुराना डेटा हमें स्थिति की जांच करने में भी मदद करेगा."
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