Mumbai Crime News: मुंबई से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां के बोरीवली के एक पॉश हॉउसिंग कॉम्पलेक्स के एक दर्जन लोगों को एक शख्स ने सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाया. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसुबक पर खुद को महिला बताकर पीड़ितों से संपर्क किया था. पीड़ितों के चंगुल में फंस जाने के बाद आरोपी ने उन्हें अश्लील तस्वीरें भेजी और उनकी चैट के स्क्रीनशॉट सर्कुलेट करने की धमकी भी दी थी. वहीं पुलिस जांच में पता चला है कि आरोप उसी बिल्डिंग में रहने वाला एक बेरोजगार युवक था जिसने जल्द पैसा कमाने की चाहत ये काम किया था.
फेसबुक पर महिला बनकर आरोपी ने भेजी थी फ्रेंड रिक्वेस्ट
कस्तूरबा मार्ग पुलिस के सीनियर इंस्पेक्टर अनिल अवध ने बताया कि, "आरोपी पीड़ितो को दो महीने से परेशान कर रहा लेकिन वे अब तक हमसे संपर्क करने से डर रहे थे." पुलिस अधिकारी ने बताया कि मई में, एक 52 वर्षीय पीड़ित को एक अकाउंट से फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थी जिसमें उसी की बिल्डिंग में रहने वाली एक महिला की तस्वीर डिस्प्ले में लगी हुई थी. पीडित ने फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर लिया. इसके बाद फेसबुक वाली "महिला" मित्र से उसकी बात होने लगी. जैसे-जैसे दिन बीतते गए, फेसबुक महिला ने उसे इंटीमेट मैसेज और तस्वीरें भेजना शुरू कर दिया, और बाद में वह उसे ब्लैकमेल करने लगी. उसने धमकी दी कि पेमेंट नहीं की तो वह उसके परिवार के सदस्यों के बीच स्क्रीनशॉट सर्कुलेट कर देगी. इसके बाद पीड़ित ने उसे 12,000 रुपये दिए. इसी तरह कुछ 10-12 अन्य लोगों को भी उसी अकाउंट से फ्रेंड रिक्वेस्ट मिसी थी और उन्हें भी इसी तरह से ब्लैकमेल किया गया था.
फेसबुक तस्वीर वाली महिला ने दर्ज कराई थी FIR
हालांकि पीड़ितों में से किसी ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी. लेकिन बोरीवली की उस महिला ने पुलिस से संपर्क किया जिसकी हाउसिंग सोसाइटी के कुछ लोगों को सेक्सटॉर्शन मामले में टारगेट करने के लिए फेसबुक डिस्प्ले पर आरोपी द्वारा उसकी तस्वीर लगाई गई थी. पीड़ितो में एक 52 वर्षीय व्यक्ति भी था. 30 जुलाई को वह पहले ही आरोपी को पेमेंट कर चुका था और बाद में उसे फिर धमकी मिली कि अगर उसने 10 हजार रुपये नहीं दिए तो उसके बच्चे को नुकसान होगा. इसी दौरान पड़ोसियों ने महिला को अलर्ट कर दिया और फेसबुक पर अश्लील बातें भी दिखाई. इसके बाद महिला 52 वर्षीय पीड़ित के साथ पुलिस के पास गई और एफआईआर दर्ज करा दी.
पुलिस ने कैसे आरोपी को पकड़ा?
वहीं पुलिस ने बताया कि " जहां आरोपी को पीड़ित से पैसे लेने आना था वह हमने पहले ही जाल बिछाया दिया था. हमारे अधिकारियों ने एक कार के पिछले पहियों के नीचे एक लिफाफा रख दिया था और जैसे ही आरोपी पैसे लेने आया वैसे ही उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी की पहचान 29 वर्षीय सुशांत तलाशिलकर के रूप में की गई. उसे रविवार को जबरन वसूली और आईटी अधिनियम के प्रावधानों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था."
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