Mumbai Crime News: मुंबई से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां एक 19 साल के लड़के को दो दर्जन के करीब महिलाओं से जबरन वसूली करने और यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि युवक सोशल मीडिया अकाउंट्स से महिलाओं की तस्वीरों का इस्तेमाल कर अश्लील क्लिप बना लेता था और फिर उन्हें हटाने क बदले में संबंधित महिलाओं से पैसों की डिमांड करता था.
फोटो डिलीट करने के लिए लेता था 500 रुपये
पुलिस ने बताया कि, "आरोपी फोटो डिलीट करने के लिए 500 रुपये से 4,000 रुपये की मांग की थी. वह कहता था कि अगर उसे फौरन पेमेंट कर दी जाएगी तो वह सिर्फ 500 रुपये लेगा और अगर पैसे देने में एक दिन की भी देरी की तो वह 1,000 रुपये लेगा."पुलिस ने जांच के बाद 19 साल के प्रशांत आदित्य को गुजरात के गांधीनगर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया है. उसने 10वीं कक्षा में फेल होने के बाद एक मास्क मैन्यूफैक्चरिंग फर्म में काम करना शुरू कर दिया था. दिलचस्प बात यह है कि आदित्य केवल अपनी कम्यूनिटी की महिलाओं को ही निशाना बना रहा था.
आरोपी ने अपनी कम्यूनिटी की महिलाओं को बनाया निशाना
14 जुलाई के आसपास एक ही समुदाय की कम से कम 22 महिलाओं और उनके परिवार के सदस्यों ने एंटॉप हिल पुलिस से संपर्क किया और अश्लील क्लिप के कारण मानसिक यातना, भय और उत्पीड़न के बारे में शिकायत की थी. पुलिस के मुताबिक आरोपी द्वारा बनाई गई वीडियो ज्यादातर 30 सेकंड लंबी थी. वहींपुलिस ने गुजरात के युवक के खिलाफ यौन उत्पीड़न और शहर में लगभग 22 महिलाओं को अश्लील क्लिप का इस्तेमाल करके जबरन वसूली के आरोप में केस दर्ज किया है और उस पर आईपीसी के तहत एक महिला का शील भंग करने, यौन उत्पीड़न, जबरन वसूली आदि का मामला दर्ज किया है. आईटी अधिनियम की धारा 67 ए (यौन स्पष्ट अधिनियम को प्रसारित करने के प्रकाशन के लिए दंड, आदि) भी लागू किया गया है.
40 वर्षीय महिला ने की थी शिकायत
मामले में मुख्य शिकायतकर्ता एक 40 वर्षीय महिला है वह एक कंपनी में काम करती है. वरिष्ठ निरीक्षक नासिर कमलपाशा कुलकर्णी ने कहा कि पुलिस संदिग्ध आरोपी प्रशांत आदित्य ने एंटॉप हिल में 22 महिलाओं सहित 49 महिलाओं को निशाना बनाया था. ज्यादातर पीड़ितों के इंस्टाग्राम पर अकाउंट थे.
कैसे पकड़ा गया आरोपी
जांचकर्ताओं ने पाया कि आदित्य द्वारा पीड़ितों को भुगतान के लिए भेजा गया क्यूआर कोड गुजरात की एक ट्रैवल एजेंसी का है. आरोपी ने दावा किया था कि उसके पास बैंक खाता नहीं है और वह वेतन के लिए उसका उपयोग करना चाहता है. उसे प्रति लेनदेन 50 रुपये के शुल्क पर उनके खाते का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी.पुलिस अधिकारी गौरीशंकर पाबल और राहुल वाघ ने आदित्य के इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) एड्रेस को ट्रेस किया, उसके मोबाइल नंबर की डिटेल्स कलेक्ट की और फिर उसे गुजरात से गिरफ्तार कर लिया गया, उन्होंने बताया कि “हमने उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और इसे विश्लेषण के लिए भेजा जाएगा. अदालत ने उसे 29 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.” वहीं गिरफ्तारी के बाद, आदित्य ने दावा किया कि किसी ने उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स को हैक कर लिया था और उसे भी इसी तरह से पीड़ित किया गया था. इसलिए उसने भी बदला लेने के लिए ऐसा करना शुरू कर दिया.
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