Kamathipura Sex Worker Life: मुंबई (Mumbai) का कमाठीपुरा (Kamathipura) इलाका सेक्स वर्कर के धंधे के लिए जाना जाता है. यह इलाका मुंबई (Mumbai) का रेड लाइट एरिया है. यहां ऐसी महिलाएं रहती हैं जो सेक्स वर्क का काम करती हैं. सेक्स वर्क का काम करने वाली यहां की महिलाओं की जिंदगी खराब हालात से होकर गुजरती है. यहां देह का व्यापार होता है.  यहां एक बार आने के बाद इस दुनिया से बाहर निकलना मुश्किल होता है. इस पेशे से निकलना बहुत मुश्किल होता है.


कमाठीपुरा इलेका में काम करने वाली ऐसे कई महिलाओं की कहानी सोशल मीडिया (Social Media) पर है. जो बताती हैं कि इस पेशे से निकलना कितना मुश्किल है. बहुत से मीडिया चैनलों ने यहां की महिलाओं की कहानी को बताया है. 


मुंबई की रेड लाइट एरिया में सेक्स वर्क (Sex Worker) का काम करने वाली एक 55 साल की महिलाएं बताती हैं कि उन्होंने पूरी उम्र सेक्स वर्क के तौर पर कमाठीपुरा में ही बिताए हैं. उन्होंने अपनी जवानी की बात करते हुए बताती है कि जवानी मुझे ब्राथल में भेजा जाता है. 55 साल की महिला कहती हैं कि इस धंधे में जो भी नई लड़की आती है दलाल लोग लड़को को ब्राथल में भेजते हैं. फिलहाल महिला जो 55 साल तक सेक्स वर्क के धंधे में रही थीं वह अब एक एनजीओ के साथ काम कर रही हैं.


बता दें कि उनके दो बच्चे भी हैं और अब उनके दोनों बच्चे काम कर रहे हैं. उनका कोई मकान नहीं है. महिला अपने दोनों बच्चों के साथ ठाणे में किराए के घर में रहती हैं. अपनी खुद की पहचान बनाने के लिए महिला ने कमाठीपुरा को छोड़ दिया है. लेकिन इतने करने के बाद भी कमाठीपुरा वाली महिला की पहचान उनका पीछा नहीं छोड़ती है. 


कमाठीपुरा में जिंदगी आसान नहीं थी
मुंबई की रेड लाइट एरिया में करने वाली एक और महिला ने बताया कि उनकी जिंदगी यहां आसान नहीं थी. उन्होंने कहा कि कमाठीपुरा में रहने वाली किसी भी महिला की जिंदगी यहां आसान नहीं होती. महिला ने कहा कि भूख, शारीरिक हिंसा और यौन हिंसा भी झेला हुआ है. वह कमाठीपुरा को एक लाइन की तरह बताती हैं. उनका कहा है कि कमाठीपुरा में आजाद महसूस नहीं करती हैं. 


एनजीओ में पढ़ते हैं बच्चे
बहुत से एनजीओ हैं जिनकी वजह से सेक्स वर्क की जिंदगी को बेहतर बनाया है. कमाठीपुरा में देह की धंधा करने वाली बहुत सी महिलाओं ने यहां की जिंदगी को छोड़ कर कहीं और चली गई हैं. कुछ महिलाओं ने एनजीओ के साथ खूद को जोड़ लिया है. बता दें कि प्रेरणा नाम के इस एनजीओ ने कई लोगों की जिंदगी को बदली है. प्रेरणा नाम के इस एनजीओ का स्कूल भी है. उस स्कूल में एक महिला के दो बच्चे पढ़ते हैं. बता दें कि महिला पहले रेड लाइट एरिया कमाठीपुरा में सेक्स वर्क का काम करती थी. 


एक सेक्स वर्क ने शुरू किया अपना बिजनेस
कमाठीपुरा में सेक्स वर्क का काम करने वाली बहुत सी महिलाओं ने एनजीओ में काम कर रही हैं. यह एनजीओ उनके बच्चों और उनके लिए हेल्थ के लिए सत्र भी आयोजित करता है. एक महिला ने बताया कि वह इस एनजीओ से अपने हेल्थ के बारे में बहुत सी चीजें सीखी हैं. जिस कारण से वह अपनी हेल्थ को भी प्राथमिकता दे रही है. एक महिला ने बताया कि वह कमाठीपुरा में लगभग 15 वर्षों तर देह का व्यापार किया है. लेकिन उन्होंने अब अपना बिजनेस शुरू कर लिया है. वह बताती हैं रेडलाइट की जिंदगी आसान नहीं होती है.


यहां बहुत से समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यहां कि जिंदगी बहुत कठिन होती है. उन्होंने कहा कि मै प्रार्थना करती हूं कि इस नर्क में कोई भी न फंसे. उन्होंने कहा कि मै अब अपना बिजनेस शुरू की हूं और अब खुद को आजाद महसूस करती हूं. कमाठीपुरा रेड लाइट एरिया को मुंबई का सबसे बड़ा वेश्यावृत्ति केंद्र कहा जाता है. 


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