Mumbai News: मुंबई में बढ़े स्वाइन फ्लू के मामले, लाइफ सपोर्ट पर हैं 4 मरीज, डॉक्टरों ने दी ये चेतावनी
मुंबई में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. फिलहाल शहर में चार मरीज लाइफ सपोर्ट पर हैं. डॉक्टरों के मुताबिक शहर में इंफेक्शन बढ़ रहा है.
Mumbai News: मुंबई में लगातार हुई भारी बारिश के बाद से मौसमी बीमारियों के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है. शहर में स्वाइन फ्लू (Swine Flu) के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. गौरतलब है कि इन्फ्लूएंजा एच1एन1 (Swine Flu) से संक्रमित कम से कम चार मरीज शहर में लाइफ सपोर्ट पर हैं. वहीं डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि वायरल संक्रमण शहर में फिर से पांव पसार रहा है और जिन लोगों का कोविड -19 टेस्ट निगेटिव आ रहा है उनका एच 1 एन 1 टेस्ट किया जाना चाहिए.
जुलाई में इन्फ्लूएंजा एच1एन1 के 11 कंफर्म मामले आए
नगर निकाय ने मंगलवार को कहा कि जुलाई में इन्फ्लूएंजा एच1एन1 के 11 कंफर्म मामले सामने आए हैं, जबकि जून में दो मामलों की पुष्टि हुई थी. वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि, उनके आउट पेशेंट विभागों में हर रोज कम से कम दो से तीन मामले सामने आ रहे हैं. कोविड -19 की तरह, H1N1 एक रेसपिरेटरी बीमारी है, जो 2019 में एक वैश्विक महामारी के रूप में शुरू हुई थी, लेकिन जल्द ही एंडमिक हो गई.
पिछले हफ्ते राज्य में H1N1 से इस साल हुई पहली मौत
बता दें कि पिछले हफ्ते, राज्य में H1N1 से इस साल हुई पहली मौत की पुष्टि की थी. 10 जुलाई को तालासारी, पालघर की एक 9 वर्षीय लड़की की मौत हुई थी. शहर में, पिछले तीन वर्षों में H1N1 की कोई भी पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि 2020 में 44 मामले आए थे और 2021 में 64 केस दर्ज किए गए थे.
स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए दवाएं हैं उपलब्ध
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड के विपरीत, स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए अत्यधिक प्रभावी दवाएं उपलब्ध हैं जैसे कि ओसेल्टामिविर. पिछले कुछ हफ्तों में एक दर्जन से अधिक मामलों का इलाज करने वाले संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ वसंत नागवेकर ने कहा, "यह अच्छी तरह से काम करती है, बशर्ते इसे 48-72 घंटों के भीतर प्रशासित किया जाए और गंभीरता से बचा जा सके." "ज्यादातर मामलों में, लक्षण बुखार, बहती नाक, शरीर में दर्द, ऊपरी श्वसन संक्रमण हैं," उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को एच1एन1 के लिए संदेह का एक उच्च सूचकांक रखना चाहिए. नागवेकर ने कहा कि गंभीर लक्षणों वाले लोगों को यह सोचकर इंतजार नहीं करना चाहिए कि यह कोविड है.
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