Mumbai News: BMC मे दो सरकारी नौकरियां कर रहा था शख्स, 17 साल बाद ऐसे पकड़ में आई चोरी
मुंबई की आजाद मैदान पुलिस ने एक ऐसे शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है जो एक ही समय पर बेस्ट और कामा अस्पताल में नौकरी कर रहा था. शख्स 17 सालों से दोनों नौकरियां एक साथ कर रहा था.
Mumbai News: मुंबई की आजाद मैदान पुलिस ने लगभग 17 वर्षों से जो नागरिक विभागों (Civic Devisions) में एक ही समय पर काम करने के आरोप में एक बीएमसी (BMC) कर्मचारी के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोप है कि कर्मचारी दिनेश कांबले कामा अस्पताल (Kama Hospital) में वार्ड बॉय और बेस्ट (BEST) में क्लीनर के रूप में दो नागरिक विभागों में एक ही समय पर कथित तौर पर काम कर रहा था. पु 2013 में दिनेश कांबले का पर्दाफाश हुआ था, लेकिन उसके खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज किया गया था.
दो नौकरियां कर रहे शख्स ने पुलिस को क्या बताया?
वहीं अगले साल रिटायर होने जा रहे कांबले ने पुलिस को बताया कि वह दो नौकरियां एक साथ नहीं करने के नियम से अनजान था. वहीं पुलिस ने बताया कि कुर्ला निवासी 59 वर्षीय कांबले 1991 में वार्ड बॉय के रूप में कामा में नियुक्त हुआ था. इसके चार साल बाद, वह बेस्ट के कोलाबा डिपो में क्लीनर की नौकरी पाने में सफल रहा. अपने वार्ड बॉय करियर में, कामा लौटने से पहले उसे लगभग सात साल के लिए जेजे अस्पताल में भी स्थानांतरित कर दिया गया था.
2013 में बेस्ट के जनरल मैनेजर को मिला था गुमनाम पत्र
मार्च 2013 में बेस्ट के जनरल मैनेजर को एक गुमनाम पत्र के जरिए कांबले के बारे में सूचना मिली थी. शीर्ष अधिकारी ने कामा को अलर्ट किया और फिर दोनों ने शिकायत की जांच के लिए अलग-अलग समितियां बनाईं.इसके बाद बेस्ट ने जहां कांबले को आउट कर दिया तो वहीं कामा ने उसे सस्पेंड कर दिया.
अगस्त 1999 से मई 2000 के बीच कांबले 289 दिन रहा सस्पेंड
आजाद मैदान पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक इंटरनल जांच के दौरान, अस्पताल के तत्कालीन कार्यालय सचिव रवींद्र मोरे ने कोलाबा में बेस्ट डिपो का दौरा किया था. कांबले उसे वहां देखकर चौंक गया और कथित तौर पर मोरी को उसने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी. मोरे ने तब कांबले के खिलाफ कोलाबा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. अगस्त 1999 से मई 2000 के बीच कांबले को 289 दिनों के लिए निलंबित किया गया था.
कैसे मैनेज करता था दोनों काम
जांच की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें संदेह है कि कांबले ने दोनों कामों को मैनेज करन के लिए सिक लीव (Sick Leave) और मेडिकल लीव (Medical Leave) का इस्तेमाल किया था. अधिकारी ने कहा कि “एक जगह छुट्टी लेते हुए, वह दूसरी जगह काम कर रहा था.” वहीं शिकायत में यह भी कहा गया है कि वह विभिन्न कारणों से अस्पताल की नौकरी में 5 साल 5 महीने से अनुपस्थित था. उसने इस अवधि का उपयोग अन्य कार्यों को मैनेज करने के लिए किया होगा, साथ ही, हो सकता है कि उसने दोनों जगहों पर अपनी शिफ्ट ड्यूटी का फायदा उठाया हो, हालांकि, अधिकारियों की मदद लेने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है,"
वहीं आजाद मैदान थाने के सीनियर इंस्पेक्टर भूषण बेलनेकर ने कहा, 'हमने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है और जांच चल रही है.
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