Mumbai News: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की कई केस सॉल्व करने में मदद करने वाला राणा (Rana) अब इस दुनिया में नही रहा है. दरअसल एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस के बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड (BDDS) में सेवारत कुत्ते राणा (Rana) की बुधवार को सात साल की उम्र में मौत हो गई. अधिकारी ने बताया कि उसे पेट संबंधी बीमारी थी और इस कारण 22 जुलाई से इसका इलाज चल रहा था. काफी ट्रीटमेंट के बाद भी उसे बचाया ना जा सका.
राणा को 2016 में बीडीडीएस में शामिल किया गया था
अधिकारी ने कहा कि मुंबई पुलिस में तैनात जिस कुत्ते की मौत हुई है वह लैब्राडोर था और उसे एक खोजी कुत्ते के रूप में प्रशिक्षित किया गया था. लैब्राडोर राणा को 2016 में बीडीडीएस में शामिल किया गया था और उसने वीवीआईपी आंदोलन के दौरान बम धमकी कॉल की जांच और तोड़फोड़ विरोधी जांच सहित विभिन्न अभियानों में भाग लिया था.
लैब्राडोर राणा पुलिस गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि परंपरा के अनुसार, राणा को गुरुवार को पुलिसकर्मियों की मौत के लिए आरक्षित उचित पुलिस गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस मौके पर संयुक्त पुलिस आयुक्त (प्रशासन) और बम निरोधक दस्ते के वरिष्ठ निरीक्षक समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
राणा की मौत से हैंडलर गमगीन
वहीं राणा के दो हैंडलर, कांस्टेबल तानाजी पवार और सुनील पारुलेकर, जिन्होंने पिछले सात वर्षों से उसकी देखभाल की थी, ने कहा कि उन्हें अभी भी इस बात का विश्वास नहीं हो रहा है कि राणा अब उनके साथ नहीं हैं. बता दें कि राणा को अगस्त 2015 में पुलिस बल द्वारा खरीदा गया था और पुणे में छह महीने के प्रशिक्षण के बाद 2016 में बल में शामिल किया गया था.
ये भी पढ़ें