Mumbai Water Cut: मुंबई (Mumbai) में पिछले एक हफ्ते से भारी बारिश हो रही है. इस कारण मुंबई शहर को पीने के पानी की सप्लाई करने वाली 7 झीलों का वॉटर स्टॉक भी बढ़ गया है. ऐसे में बीएमसी (BMC) ने शुक्रवार को शहर में दो हफ्ते पहले 10% पानी की कटौती करने के फैसले को वापस ले लिया है. बता दें कि 27 जून को, बीएमसी ने पानी में कटौती की थी, दरअसल उस दौरान सात झीलों में कुल स्टॉक कुल जरूरी मात्रा के 10% से कम हो गया था. लेकिन अब जब झीलों में पानी का लेवल बढ़ गया है तो बीएमसी ने अपने पूर्व के फैसले को भी वापस ले लिया है.
मुंबई (Mumbai) में झीलों का वॉटर स्टॉक कितना बढ़ा?
बता दें कि शुक्रवार को झीलो के कुल जल भंडार में 7% यानी 19% से 26% तक बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस दौरान लगभग सभी बड़ी झीलों में 100 मिमी से अधिक बारिश देखी गई. भाटसा में 155 मिमी, मध्य वैतरणा में 107 मिमी और तानसा में 155 मिमी बारिश हुई. शुक्रवार तक, सात झीलों- भाटसा, ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, तुलसी और विहार में इस्तेमाल किए जाने वाले पानी का स्टॉक - जो मुंबई की पेयजल जरूरतों को पूरा करता है, 8 जुलाई को 2021 के 2.63 लाख मिलियन लीटर की तुलना में 3.75 लाख मिलियन लीटर था. 5 जुलाई को मुंबई के पूर्वी उपनगर में स्थित पवई झील ओवरफ्लो भी हो गई थी. बता दें कि इस झील के पानी की स्पलाई केवल इंडस्ट्रीज को की जाती है क्योंकि इस झील का पानी पीने योग्य नहीं है.
बीएमसी ने मुंबईवासियों से क्या अपील की है
हालांकि बीएमसी ने मुंबई में पानी की कटौती तो वापस ले ली है, लेकिन उसने मुंबईवासियों से झीलों के पर्याप्त रूप से भरने तक पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने का अनुरोध किया है. 1 अक्टूबर तक मुंबई में शेष वर्ष के लिए पानी की कटौती ना हो इसके लिए कुल जरूरी पानी का भंडार 14.47 लाख मिलियन लीटर होना चाहिए. इसी के साथ बता दें कि बीएमसी मुंबईकरों को रोजाना 3,750 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति करती है.
सात झीलों में से सबसे अधिक पानी की आपूर्ति भाटसा (48%) झील करती है. तुलसी और विहार शहर की पेयजल जरूरतों का लगभग 2%, ऊपरी वैतरणा 16%, मध्य वैतरणा 12%, मोदक सागर 11% और तानसा 10% पूरा करती हैं.
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