मुंबई से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां 6 शातिर ठगों ने खुद को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) का अधिकारी बताकर एक असिटेंट फिल्म डायरेक्टर से एक लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया. वहीं मामले में शिकायत दर्ज होने के बाद डीएन नगर की पुलिस ने तीन आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि पुलिस टीम ने शनिवार को दीपक विलास जाधव, पंकजकुमार पाल और सचिन संतोष सिंह को गिरफ्तार किया है. फिलहाल तीन अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है.
फिल्म डायरेक्टर पर ड्रग्स सप्लाई का झूठा आरोप लगाकर धमका रहे थे आरोपी
डीएन नगर पुलिस के अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपी फिल्म डायरेक्टर पर बॉलीवुड में पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई करने का झूठा आरोप लगाकर उसे धमकी दे रहे थे और पैसे की वसूली कर रहे थे. अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वे जोगेश्वरी में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर पीड़ित से रंगदारी के रुपये लेने का इंतजार कर रहे थे.
आरोपियों ने पीड़ित डायरेक्टर से 2 लाख रुपये की डिमांड की थी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, “ बुधवार को जब पीड़ित अंधेरी में अपने दोस्त के बार में एक पार्टी करके रात नो बजे अंबोली में अपने घर जाने के लिए निकला तो उसी दौरान दो ऑटोरिक्शा में सवार 6 लोग आए और उन्होंने उसे रोका और खुद को एनसीबी का अधिकारी बताते हुए ऑटो में बैठने के लिए कहा. उन्होंने पीड़ित को कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि वह बॉलीवुड की पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई का काम कर रहा है. इसके बाद आरोपी पीड़ित को अंधेरी-जुहू पुल के पास ले गए और धमकी दी कि अगर उसने उन्हें 2 लाख रुपये नहीं दिए तो वे उसे गिरफ्तार कर लेंगे. पीड़ित के मुताबिक उस समय उसके पास एटीएम कार्ड भी नहीं था और ना ही कैश था.
पीड़ित के पिता ने आरोपियों को 1 लाख रुपये दिए
इसके बाद एक आरोपी ने खुद का नाम पाटिल बताकर पीड़ित के पिता को फोन किया और पैसों की डिमांड की. बेटे की खातिर पिता एक लाख रुपये लेकर मौके पर पहुंचे. फर्जी एनसीबी अधिकारी बनकर 1 लाख ठगने वाले आरोपियों ने पीडित से कहा कि दो दिन के भीतर बाकी के पैसों का भी भुगतान कर दें. इसके बाद आरोपियों ने गुरुवार को पीड़ित के पिता को फोन कर फिर से 1 लाख रुपये की डिमांड की. पिता ने शनिवार तक का समय मांगा. हालांकि फोन पर बात करते हुए पीड़ित के पिता को थोड़ा शक हुआ और फिर उन्होंने सीधे एनसीबी दफ्तर में फोन कर पूछताछ की. जिस पर एनसीबी के अधिकारियों ने कहा कि उनके यहां कोई पाटिल नाम का अधिकारी नहीं है.
पुलिस ने तीन आरोपियों को रंगे हाथों किया गिरफ्तार
ठगे जाने का एहसास होने के बाद पीड़ित सीधे थाने पहुंचे और डीएन नगर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद डीएन नगर पुलिस ने जाल बिछाकर 6 में से तीन आरोपियों को रंगे हाथों पैसों की वसूली करते हुए धर दबोचा. फिलहाल पुलिस अन्य तीन आरोपियों की तलाश कर रही है.
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