Mumbai News: मुंबई शहर में दुर्गा विसर्जन के दौरान मां दुर्गा की पानी में तैरती हुई या आधी डूबी हुई प्रतिमाओं की अब ना तो तस्वीरें ले सकते हैं और ना ही वीडियो बना सकते हैं. मुंबई पुलिस ने इस संबंध में निषेधाज्ञा जारी करते हुए कहा कि मां दुर्गा की मूर्तियों को तैरते या पानी में आधा डूबा हुआ दिखाने वाले दृश्य धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकते हैं. इस कारण दुर्गा मां की पानी में डूबती हुई मूर्तियों की तस्वीरें या वीडियो लेने पर प्रतिबंध लगाया गया है.
तस्वीरें धार्मिक भावनाओं को पहुंचा सकती हैं ठेस
पुलिस उपायुक्त (संचालन) संजय लातकर की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 5 से 7 अक्टूबर तक दुर्गा माता की मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा. आधी डूबी हुई मूर्तियां हाई टाइड के दौरान किनारे पर बह जाती हैं या झील के पानी में तैरती नजर आती हैं. आदेश में कहा गया है, “कुछ लोग ऐसी मूर्तियों की तस्वीरें, वीडियो लेते हैं जो किनारे पर आ जाती है या बीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा फिर से विसर्जन के लिए ले जाई जा रही होती हैं. वे ऐसी तस्वीरें या वीडियो प्रकाशित या प्रसारित करते हैं जो धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकते हैं और जिसके परिणामस्वरूप शांति भंग हो सकती है.”
पुलिस ने धारा 144 लागू की
संजय लातकर ने बताया कि इस संबंध में पुलिस ने आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 लागू की है. ऐसे में इस आदेश की अवेहलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. वहीं बता दें कि महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने अब 3 और 4 अक्टूबर के अलावा 1 अक्टूबर को भी आधी रात तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है.
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