Mumbai Swine Flu Cases: मुंबई शहर में जहां एक तरफ फिर से कोरोना (Coronavirus) के मामले बढ़ रहे हैं तो वहीं स्वाइन फ्लू (Swine Flu) या एच1एन1 इंफ्लुएंजा भी शहर में पांव पसार रहा है. फिलहाल मुंबई के लिए चिंताजनक हालात बने हुए हैं. शहर में कोरोना के रोज 400 से ज्यादा नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं वहीं स्वाइन फ्लू भी रोज 12 मरीजों को अपनी चपेट में ले रहा है. हालांकि राहत की बात ये है कि फिलहाल मुंबई में अब तक स्वाइन फ्लू से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है.
अगस्त के पहले हफ्ते में 40 फीसदी बढ़े स्वाइन फ्लू के मामले
बता दें कि मुंबई शहर में जुलाई के आखिरी कुछ दिनों में स्वाइन फ्लू के 40 से ज्यादा मरीज पाए गए थे. जुलाई में जहां रोज शहर में स्वाइन फ्लू के 3 मरीज सामने आ रहे थे तो अगस्त के पहले हफ्ते में ही ये संख्या बढ़कर 4 गुना हो गई है. अब हर रोज 12 मरीज स्वाइन फ्लू से संक्रमित पाए जा रहे हैं.
अगस्त में अब तक 80 स्वाइन फ्लू मरीज आए सामने
गौरतलब है कि अगस्त के शुरू के एक हफ्ते के भीतर शहर से 80 स्वाइन फ्लू संक्रमित मरीज सामने आ चुके है. यानी एक हफ्ते के भीतर एच1एन1 के मामलों में 76 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. वहीं बीएमसी के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे का कहना है कि, मौसम में आए बदलाव की वजह से स्वाइन फ्लू के मामले बढ़े हैं. इस बीमारी के हाई रिस्क समूह में डायबीटीज, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीज, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे हैं.
स्वाइन फ्लू के लक्षण क्या हैं?
H1N1 या स्वाइन फ्लू के लक्षण नियमित फ्लू के लक्षणों की तरह ही होते हैं, और इसमें बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, शरीर में दर्द, सिरदर्द, ठंड लगना और थकान शामिल हैं. स्वाइन फ्लू से पीड़ित कई लोगों को दस्त और उल्टी का भी अनुभव हुआ है, लेकिन ये लक्षण कई अन्य स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं.
मेडिकल हेल्प कब लेनी चाहिए?
अगर आपको सांस लेने में कठिनाई या सांस लेने में तकलीफ हो, छाती या पेट में दर्द या दबाव महसूस हो, अचानक चक्कर आ जाए, गंभीर या लगातार उल्टी होती रहे और फ्लू जैसे अन्य लक्षण हैं जो सुधरते हैं लेकिन फिर बिगड़ते बुखार या खांसी के साथ वापस आते हैं, तो आपको डॉक्टर को दिखान की जरूरत है.
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