Mumbai Swine Flu: कोरोना के मामलों के बीच अब मुंबई शहर में स्वाइन फ्लू भी दहशत फैला रहा है. शहर में एच1एन1 (Swine Flu) के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हालांकि राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में पिछले तीन वर्षों में एच1एन1 से एक भी मौत नहीं हुई है, लेकिन 2022 में मुंबई में स्वाइन फ्लू के काफी ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं 2020 में मुंबई में H1N1 टैली 44 और 2021 में 64 थी.


मुंबई में जुलाई में H1N1 के कितने मामले दर्ज किए गए?


टीओआई की रिपोर्ट के मुकाबिक डॉक्टरों का कहना है कि मुंबई में एच1एन1 फ्लू के मामलों में इजाफा हो रहा है हालांकि बीएमसी के आंकड़ों के मुताबिक स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या नहीं बढ़ रही है. इस बीच बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमरे ने कहा कि मुंबई में जुलाई में अब तक 11 एच1एन1 मामले सामने आ चुके हैं जबकि जून में, शहर में दो H1N1 मामले दर्ज किए थे.


हर दिन बुखार के मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा


बीएमसी द्वारा संचालित अस्पताल के एक सीनियर ने कहा कि निश्चित रूप से ओपीडी में बुखार के मामलों में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि, "हम एक महीने पहले तक रोज लगभग 50 लोगों का टेस्ट कर रहे थे, लेकिन अब हम हर दिन बुखार के 90 मरीजों का टेस्ट करते हैं." लेकिन जब सभी का कोविड के लिए टेस्ट किया जाता है, तो कुछ का एच1एन1 के लिए भी परीक्षण किया जाता है.


H1N1 को पीसीआर टेस्ट की जरूरत


टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक बीएमसी के एग्जीक्यूटिव हेल्थ ऑफिसर डॉ गोमरे ने कहा कि नागरिक संचालित कस्तूरबा अस्पताल पीसीआर लैब में किए जा रहे एच1एन1 टेस्ट्स की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है. इसका कारण यह है कि H1N1 के लिए कोई रैपिड टेस्ट नहीं है जैसा कि कोविड के लिए है. एक निजी अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा, "H1N1 को पीसीआर टेस्ट की जरूरत है, जिसकी कीमत 2,000 रुपये से अधिक है."


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