Mumbai Crime News: मुंबई में लगातार साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं. शहर की पुलिस ने हाल ही में दो ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो पहले बुजुर्गों से दोस्ती करते थे और फिर ऑनलाइन गेम खेलने के बहाने उन्हें अपना ठगी का शिकार बनाते थे. गोरेगांव के रहने वाल बेस्ट से रिटायर हुए प्रकाश नाइक भी साइबर अपराधियों के शिकार बने हैं.
क्या है मामला
मुंबई के गोरेगांव में रहने वाले प्रकाश नाईक बेस्ट के साल 2012 तक बेस्ट में कर्मचारी के रूप में काम किया करते थे. रिटायरमेंट के बाद मिले पैसे और नौकरी के दौरान किए गए बचत से ही अपना गुजर-बसर कर रहे थे. प्रकाश रोज शाम के समय दिंडोशी बस डिपो के आसपास के परिसर में सैर के लिए जाते हैं. इसी दौरान उनकी दोस्ती शुभम तिवारी नाम के लड़के से हुई. प्रकाश नाईक के मुताबिक, शुभम से उनकी मुलाकात 6 महीने पहले हुई थी. दिंडोशी बस डिपो के पास ही दोनो में जान- पहचान और दोस्ती हुई. कुछ दिनों बाद शुभम ने मोबाइल में गेम खेलने के बहाने प्रकाश से मोबाइल मांगा और फिर "फोन पे" डाउनलोड कर एकाउंट लिंक कर अपने और अपने दोस्तों के अकाउंट में पैसे भेज दिए.
मोबआइल में गेम खेलने के बहाने आरोपी ले लेता था फोन
प्रकाश आगे बताते हैं कि, अक्सर शुभम उनसे किसी ना किसी बहाने मोबाइल लिया करता था और अपने और दोस्तों के अकाउंट में उनके खासे से पैसे ट्रांसफर किया करता था. प्रकाश को अपने साथ हुई धोखाधड़ी का एहसास उस वक्त हुआ जब वे इस महीने की 16 तारीख को बैंक में पैसे निकालने गए थे. उस वक्त उन्हें बैंक वालों की तरफ से बताया गया है कि जितनी रकम वे अपने अकाउंट से निकालना चाहते हैं उतना पैसा उनके अकाउंट में है ही नहीं.
पीड़ित ने पुलिस से लगाई गुहार
प्रकाश के मुताबिक उन्हें मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करना नही आता है. इसीलिए वो धोखाधड़ी का शिकार हो गए. प्रकाश अंत में बात करते-करते भावुक हो गए और पुलिस से विनती की कि उन्हें उनका फ्रॉड के जरिए गंवाया हुआ पैसा वापस लौटाया जाए. अगर उन्हें उनका पैसा वापस नहीं मिला तो वो अपने परिवार के साथ सामूहिक आत्महत्या कर लेंगे.
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