Heart Attacks in Mumbai: मुंबई में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में बढ़ोतरी, डराने वाले हैं बीएमसी के आंकड़े
बीएमसी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में मुंबई में कुल 5 हजार 849 रोगियों ने दिल का दौरा पड़ने से अपनी जान गंवाई. हालांकि साल 2020 में हार्ट अटैक से 5 हजार 633 लोगों की मौत हुई.
Heart Attacks in Mumbai News: आपको यह जानकर हैरानी होगी कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पिछले कुछ सालों की तुलना में साल 2021 के पहले छह महीनों में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में हर महीने छह गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई है. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में जनवरी 2021 से लेकर जून 2021 के बीच हर महीने तीन हजार लोगों ने हार्ट अटैक से अपनी जान गंवाई, जबकि साल 2020 में यह संख्या सिर्फ 500 थी.
साल 2019 में हार्ट अटैक से मरे 5 हजार 849 मरीज
बीएमसी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में मुंबई में कुल 5 हजार 849 रोगियों ने दिल का दौरा पड़ने से अपनी जान गंवाई. हालांकि साल 2020 में हार्ट अटैक से 5 हजार 633 लोगों की मौत हुई. यानी साल 2019 की तुलना में 2020 में हार्ट अटैक से 3.6 फीसदी लोग कम मरे.
बीएमसी ने आरटीआई के जवाब में जारी किए आंकड़े
सामाजिक कार्यकर्ता चेतन कोठारी की ओर से बीएमसी में एक आरटीआई दाखिल की गई थी. इस आरटीआई के मुताबिक, साल 2021 के पहले छह महीनों (जनवरी से जून) में हार्ट अटैक से 17 हजार 880 लोगों की मौत हुई. यानी साल 2020 की तुलना में हार्ट अटैक से हुई मौतों में 217 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
देखें आंकड़े-
बीमारियों से होने वाली मौतें | ||||
बीमारी | 2018 | 2019 | 2020 | 2021 |
हार्ट अटैक | 8601 | 5849 | 5633 | 17880 |
कैंसर | 10073 | 9958 | 8576 | 6861 |
किडनी फेल | 1396 | 1516 | 1634 | 1182 |
कोरोना | 0 | 0 | 11105 | 10289 |
टीबी | 4940 | 4899 | 3719 | 2921 |
सिर में चौट | 1021 | 1000 | 760 | 545 |
Source- RTI (BMC) |
बीएससी के एक अधिकारी ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी से पहले हार्ट अटैक के मुकाबले कैंसर से ज्यादा मौत हुईं. जबकि अब कैंसर से होने वाली मौतों में कमी आई है, लेकिन हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
विश्व स्तर पर भी कोरोना के बाद हार्ट अटैक से हुईं मौतें
कोविड मृत्यु समिति के प्रभारी डॉ अविनाश सुपे का कहना है कि विश्व स्तर पर यह देखा गया है कि महामारी के दौरान दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है, इसलिए यह कोई नई घटना नहीं है जो केवल मुंबई में देखी गई है. महामारी की शुरुआत के बाद से डॉक्टर्स अलग-अलग प्रकार की मौतों के बारे में अधिक जागरूक हैं, इसलिए इसने संभवतः दिल के दौरे से संबंधित बेहतर डेटा बनाए रखने में मदद की है.''
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