Electricity Bill in Mumbai: बढ़ती महंगाई के बीच अब मुंबई (Mumbai) के लोगों को एक और झटका लगने वाला है. मुंबई में अप्रैल से बिजली का दाम बढ़ने वाला है. मुंबई वालों को बढ़े हुए बिजली बिल की बोझ को झेलना पड़ेगा और अपनी जेब ढीली करनी होगी. बता दें कि साल 2023 के अप्रैल से मुंबई में बिजली बिल में बढ़ोतरी होने वाला है. क्योंकि बिजली की दो कंपनियों बिजली को महंगा करने का फैसला लिया है. अडानी इलेक्ट्रिसिटी मंबई लिमिटेड और टाटा पावर कंपनी यह दोनो कंपनियों ने महाराष्ट्र बिजली नियामक आयोग (MERC) को बिजली के दोमों को बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया है.
दोनों कंपनियों के प्रस्ताव को मंजूरी के बाद मुंबई के लोगों को बिजली का बिल भरने के लिए ज्यादा रुपये देने होंगे. बढ़ते हुए बिजली के दाम का से सबसे ज्यादा परेशान आम लोगों को होगी. आम लोगों के लिए आसान नहीं होगा इस बढ़ते हुए बिजली के बिल को भरना. इसका मार आम आदमी के बजट पर पड़ेगा. अडानी कंपनी ने निर्धारित शुल्क को 25% से 29% तक बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र बिजली नियामक आयोग में प्रस्ताव पेश किया है. प्रति माह 300 यूनिट से ज्यादा का उपयोग करने वालों के लिए भी एक योजना बनाई गई है. इस योजना के तहत 300 यूनिट से अधिक बिजली का उपयोग करने वालें को ऊर्जा शुल्क 85 पैसे से 1.10 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि के साथ बिल जमा करना होगा.
बिजली बिल में 71 से 75 पैसे बढ़ाने की मांग
टाटा पावर ने भी ऊर्जा शुल्क में बढ़ोतरी का सुझाव पेश किया है. अडानी कंपनी और टाटा पावर दोनों ने मुंबई में ऊर्जा शुल्क को बढ़ाने के लिए प्रस्ताव पेश किया है. टाटा पावर ने 300 यूनिट से अधिक का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए 5 पैसे प्रति माह यूनिट कम करने का प्रस्ताव दिया है. इसके साथ ही टाटा पावर ने प्रति माह 300 यूनिट तक की खपत के लिए बिजली के दाम में 71 से 75 पैसे बढ़ाने की मांग किया है.
MERC करेगा बिजली बिल बढ़ाने के प्रस्ताव पर फैसला
गौतम अडानी की इलेक्ट्रिसिटी कंपनी और टाटा पावर ने महाराष्ट्र विधुत नियामक आयोग एमईआरसी (MERC) को टैरिफ बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई का एक परिवार जो एयर कंडीशनर और अन्य उपकरणों का उपयोग करता है. वह लगभग महीने में 300 से 500 तक यूनिट का उपयोग करता है. अडानी और टाटा पावर ने महाराष्ट्र विधुत नियामक आयोग (MERC) को अपनी मध्यावधि समीक्षा याचिकाएं पेश की है. एक और कंपनी है, जिसकी सूचना का इंतजार है. बता दें कि याचिका पर सुनवाई के बाद महाराष्ट्र विधुत नियामक आयोग (MERC) बिजली बिल बढ़ाने के प्रस्ताव पर फैसला करेगा. स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कंज्यूमर ऑर्गेनाइजेशन के प्रेसिडेंट प्रताप होगड़े ने कहा है टाटा पावर ने अगले दो वर्षों में 12 से 14 फीसदी बिजली शुल्क को बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया है. उन्होंने कहा कि यह 10 प्रतिशत की मानक सीमा से अधिक है.