Nagpur GDC News: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय रैंकिंग ढांचे के तहत देश भर के विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को स्थान दिया गया है. इसमें नागपुर के राजकीय डेंटल कॉलेज ने देश में नौवां और राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया है. खास बात यह है कि देश के टॉप 10 डेंटल कॉलेजों की सूची में नागपुर डेंटल कॉलेज को छोड़कर कोई भी सरकारी डेंटल कॉलेज नहीं है.
शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय नागपुर ने शैक्षिक प्रणाली, प्रकाशित शोध पत्र और छात्रों और आने वाले रोगियों आदि के लिए सुविधाओं के मामले में जीत हासिल की है. यह सिर्फ इसलिए संभव हो पाया है, क्योंकि कॉलेज ने डिजिटलाइजेशन को अपना लिया है. जल्द ही छात्रों के लिए वर्चुअल लैब और स्किल लैब भी लागू की जाएगी. इसलिए, भविष्य के दंत चिकित्सक अधिक बारीकियों के साथ अभ्यास करने में सक्षम होंगे.
किया जा रहा है कॉलेज के नए भवन का निर्माण
वर्तमान विभागों का आधुनिकीकरण करने के साथ ही डेंटल कॉलेज द्वारा कॉलेज के नए भवन का निर्माण किया जा रहा है और यहां सुपरस्पेशलिटी उपचार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसकी तैयारी भी की जा रही है. स्वाध्याय 1 और स्वाध्याय 2 डिजिटल क्लासरूम दोनों तैयार हैं. अब वर्चुअल लैब लागू की जा रही है. उसके लिए एक उत्तेजक पदार्थ की आवश्यकता होगी. इस मशीन की खरीद को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है.
रैंकिंग फ्रेमवर्क में देश के लगभग 177 निजी और सरकारी डेंटल कॉलेजों ने लिया था भाग
हॉफकिन ने टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली है. इससे वर्चुअल लैब अगले छह महीनों में चालू हो जाएगी. जैसे ही यह सुविधा उपलब्ध होगी, छात्र स्क्रीन पर लाइव प्रदर्शन देख सकते हैं. पैसे नहीं होने से मरीजों को परेशानी हो रही थी. गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ. अभय दातारकर ने कहा. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रैंकिंग फ्रेमवर्क में देश के लगभग 177 निजी और सरकारी डेंटल कॉलेजों ने भाग लिया. इनमें से नागपुर के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ने 9वीं रैंक हासिल की. राज्य के प्रतिभागियों में नागपुर के डेंटल कॉलेज को दूसरा स्थान मिला है.