Nagpur Filaria Cases: नागपुर में NMC के डोर टू डोर सर्वे में फाइलेरिया के मिले 12 नए मरीज, 2018 के बाद इस साल संख्या सबसे ज्यादा
नागपुर में इस साल फाइलेरिया के 12 नए मरीज मिले हैं. बता दें कि साल 2018 के बाद इस साल फाइलेरिया के सबसे ज्यादा मरीज पाए गए हैं.
Nagpur Filaria Cases: नागपुर नगर निगम (NMC) मलेरिया और फाइलेरिया विभाग ने 16 अगस्त से 31 अगस्त के बीच अपने वार्षिक डोर टू डोर ड्राइव के दौरान शहर में फाइलेरिया के 12 नए मामलों का पता लगाया है. इससे शहर में इस साल फाइलेरिया के मामलों की संख्या बढ़कर 991 हो गई है. नेहरू नगर क्षेत्र में मिले नए रोगियों में से एक स्वास्थ्य टीम द्वारा पहचाने गए एक अन्य रोगी का निकट संपर्क हैय
नए मरीजों के परिवार के सदस्यों के लिए गए थे ब्लड सैंपल
एनएमसी ने नए मरीजों के परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों के रक्त के नमूने लिए थे. इनमें से सिर्फ एक पॉजिटिव पाया गया. विभाग ने अब प्रत्येक 10 जोनों में मोरबिडिटी मैनेजमेंट और डिजिज प्रिवेंशन (एमएमडीपी) क्लीनिक स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इन क्लीनिकों में मरीज समय-समय पर मुफ्त जांच, किट और दवाएं प्राप्त कर सकेंगे.
इस साल सबसे ज्यादा मामले आए हैं सामने
बता दें कि 2018 के बाद से इस साल सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. 2018 से 2021 के बीच शहर में सिर्फ आठ नए मामले सामने आए थे जबकि पिछले साल सिर्फ दो नए मामले मिले थे. वहीं 12 नए मामलों में चार महिलाएं और आठ पुरुष हैं. नए मामलों में आठ लिम्फेडेमा (सूजन पैर) और चार हाइड्रोसील शामिल हैं.
ट्रांसमिशन असेसमेंट सर्वे भी किया जाएगा जल्द शुरू
एनएमसी मलेरिया एवं फाइलेरिया अधिकारी डॉ जैस्मीन मुलानी के मुताबिक विभाग जल्द ही फुटपाथ और मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों का ट्रांसमिशन असेसमेंट सर्वे भी शुरू कर रहा है. सर्वे में रात के समय के बल्ड के सैंपल का क्लेक्शन शामिल होता है जब माइक्रोफाइलेरिया सक्रिय होता है. इस चरण में पता लगाने से बीमारी को गंभीर रूप लेने से रोकने में मदद मिलती है.
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