Manish Kashyap Surrender: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो बनाने और वायरल करने के आरोप में वांटेड यूट्यूबर मनीष कश्यप (Youtuber Manish Kashyap) ने सरेंडर कर दिया है. मनीष ने शनिवार को बेतिया के जगदीशपुर ओपी में सरेंडर किया है. आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बताया कि गिरफ्तारी और कुर्की के डर से मनीष ने पुलिस के सामने सरेंडर किया. शनिवार सुबह जगदीशपुर ओपी की पुलिस की उसके घर पर हो रही कुर्की की कार्रवाई के दौरान यूट्यूबर ने थाने में आत्मसमर्पण कर दिया.
कई मामलों में एफआईआर दर्ज है
तमिलनाडु में प्रवासियों पर हमला विवाद को लेकर यूट्यूबर मनीष पर पटना पुलिस में 3 एफआईआर दर्ज है. इनमें से 2 आर्थिक अपराध इकाई ने तमिलनाडु विवाद पर फेक वीडियो बनाकर उसे वायरल करने के है. तीसरी एफआईआर अपनी झूठी गिरफ्तारी की बात वायरल करने को लेकर दर्ज की गई है. पश्चिम चंपारण में भी उस पर कुल 7 मामले दर्ज हैं.
गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी
बता दें कि तमिलनाडु विवाद पर भ्रामक वीडियो बनाने और वायरल करने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने बुधवार को आर्थिक अपराध थाना कांड सं-03/23 के प्राथमिकी अभियुक्त मनीष कश्यप के विरुद्ध गिरफ्तारी के लिए वारंट प्राप्त किया है. गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन भी किया गया था. पटना और चंपारण पुलिस के साथ EOU की ओर से गठित एसआईटी की टीमें लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी.
ईओयू ने फ्रीज कर दिए थे मनीष कश्यप के बैंक खातें
ईओयू ने हाल ही में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया था कि मनीष कश्यप के बैंक खातों में उपलब्ध राशि को फ्रीज कर दिया गया है. मनीष कश्यप के एसबीआई के खाते में 3,37,496 रु, आईडीएफसी के खाते में 51,069 रु, एचडीएफसी में 3,37,463 रुपये और सच तक फाउंडेशन के एचडीएफसी के खाते में 34,85,909 रुपये हैं. कुल राशि 42,11,937 रुपये हैं. मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के विरुद्ध वित्तीय अनियमितता के साक्ष्य मिले हैं.
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