Patna Dengue Update: पटना में डेंगू हुआ बेकाबू, बीते 24 घंटों में 60 नए मरीज आए सामने, जानिए- कैसे कर सकते हैं संक्रमण से बचाव
पटना में डेंगू के बढ़ते मामलों ने दहशत फैला दी है. यहां के हर पांचवें घर में डेंगू संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. बीते 24 घंटों की बात करें तो पटना के तीन अस्पतालों में डेंगू के 60 नए मरीज मिले हैं.

Patna Dengue Update: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में डेंगू (Dengue) जमकर कहर ढा रहा है. यहां के हर पांचवें घर में डेंगू संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. बीते 24 घंटों में पटना के तीन अस्पतालों में डेंगू के 60 नए मरीज मिले हैं. फिलहाल पीएमसीएच में 29 मरीज मिले हैं जबकि एनएमसीएच में 21 डेंगू संक्रमित मिले हैं. वहीं आईजीआईएमएस में 10 मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
पटना में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 572
इधर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष कुमार प्रसाद ने बताया कि पटना में अब डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 572 हो गई है. उन्होंने ये भी बताया कि जिले के कंकड़बाग और बांकीपुर इलाके के कुछ घरों और निर्माण स्थलों का निरीक्षण भी किया गया था. इस दौरान कई घरों की छतों पर खाली बर्तनों में और टायरों आदि में पानी जमा मिला था जिनमें मच्छरों का लार्वा भी पाया गया. इसके बाद फौरन लार्वा को नष्ट किया गया और लोगों को पानी जमा न होने देने की हिदायत भी दी गई.
13 से ज्यादा बच्चे डेंगू संक्रमित
बता दें कि पटना शहर के प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में डेंगू संक्रमित कुल 13 बच्चे भर्ती हैं. इनकी उम्र 1 साल से 10 साल के बीच है. वहीं सरकारी-निजी अस्पतालों और चिकित्सकों के क्लिनिक में हर रोज 100 ज्यादा डेंगू संक्रमित मरीज पहुंच रहे हैं. वहीं प्राइवेट जांच लैब में भी बुखार पीड़ितों की जांच रिपोर्ट में तकरीबन एक चौथाई डेंगू पॉजिटिव मिल रहे हैं.
पिछले 5 जिनों में कितने दर्ज किए गए डेंगू के मामले
- 18 सितंबर – 15 मरीज
- 19 सिंतबर- 66 मरीज
- 20 सितंबर- 53 मरीज
- 21 सितंबर- 51 मरीज
- 22 सितंबर- 60 मरीज
पटना के तीन सरकारी अस्पतालों में मौजूद हैं बेड
बता दें कि फिलहाल पटना के तीन सरकारी अस्पतालों में बेड उपलब्ध हैं. पीएमसीएच के डेंगू वार्ड में 22 बेड हैं जिनमें से 15 पर मरीज भर्ती हैं. वहीं एनएमसीएच में 30 बेड हैं और 14 पर मरीज भर्ती हैं. आईजीआईएमएस में भी बेड अवेलेबल हैं.
डेंगू के लक्षण कैसे पहचानें
तेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, भूख की कमी, उल्टी, डायरिया, आंखों में दर्द, थकान, सुस्ती, घुटने का दर्द, शरीर में लाल धब्बे, नाक से खून ये सब डेंगू के लक्षण हैं. इन लक्षणों के दिखाई देने पर फौरन डॉक्टर के पास जाएं और प्लेटलेट्स काउंट चेक कराएं. डेंगू के लक्षण आम तौर पर संक्रमण के चार से छह दिनों बाद शुरू होकर 10 दिनों तक रह सकते हैं. ध्यान रहे कि डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयों का सेवन बिल्कुल न करें. दरअसल डॉक्टरों का कहना है कि खुद से गलत दवाइयां लेने से और लक्षणों को नजरअंदाज करने से तीन से चार दिन में डेंगू पीड़ितों की हालत ज्यादा खराब हो सकती है.
डेंगू से बचाव के क्या हैं उपाय
- अपने आस-पास या घरों में पानी जमा न होने दें.
- कूलर का पानी बार-बार बदलते रहें और मच्छर मारने की दवा का छिड़काव भी करें.
- सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करना ना भूलें.
- बुखार ज्यादा है दो से तीन दिन हो गए हैं तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच के लिए जाएं.
- डॉक्टर की सलाह के बिना किसी दवा का सेवन न करें.
- शरीर में पानी का कमी ना हो इसके लिए लिक्विड का सेवन बेहद जरूरी है.
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