Patna News: पटना में CNG और डीजल की कीमत लगभग बराबर, ऑटो यूनियनों ने किराया बढ़ाने की मांग की, हड़ताल की भी दी धमकी
पटना में सीएनजी की कीमत भी अब लगभग डीजल के बराबर ही हो गई है. ऐसे में टैक्सी और ऑटोरिक्शा यूनियनों ने किराये में इजाफे की डिमांड की है. मांग मंजूर न होने पर यूनियनों ने हड़ताल की भी धमकी दी है.
Patna News: एक तरफ राज्य सरकार ईको-फ्रेंडली (eco-Friendly) वाहनों के उपयोग की वकालत कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ सीएनजी (CNG) की कीमतों में 4.32 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी से वृद्धि हुई है. जिसके बाद अब सीएनजी भी डीजल के जितनी ही महंगी हो गई है. गौरतलब है कि गुरुवार को पटना में सीएनजी का रेट 93.10 रुपये प्रति किलो और डीजल की कीमत 94.2 रुपये प्रति लीटर थी. इधर वाहन ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से प्रभावित टैक्सी और ऑटोरिक्शा यूनियनों ने किराये में इजाफे की मांग को स्वीकार नहीं करने पर हड़ताल पर जाने की धमकी दी है.
किराए में 30% तक की बढ़ोतरी का दिया है प्रस्ताव
वहीं बढ़ती कीमतों के अलावा, फिलिंग स्टेशनों की कम संख्या की वजह से भी सीएनजी की भारी कमी ने ऑटोरिक्शा ऑपरेटरों के संकट को और बढ़ा दिया है. फिलहाल पब्लिक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने किराए में 30% तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है. इस संबंध में उन्होंने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय को ज्ञापन भी भेजा है. बता दें कि ऑटो किराए में पहले 1 जून को विभिन्न मार्गों पर 2 रुपये की वृद्धि की गई थी.
कहां कितना किराया बढ़ाया जा सकता है
गौरतलब है कि ऑटोरिक्शा एसोसिएशनों ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांग को मंजूर नहीं करती है तो उनके पास 1 सितंबर से नई दरों के साथ आगे बढ़ने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा, प्रस्ताव के अनुसार, लोगों को गांधी मैदान-बेली रोड के लिए 20 रुपये के बजाय 26 रुपये का भुगतान करना होगा. गांधी मैदान-पटना जंक्शन रूट पर 10 रुपये के बजाय 13 रुपये का भुगतान करना होगा. वहीं अन्य मार्गों पर प्रस्तावित दरों में पटना जंक्शन-राजेंद्र नगर (16 रुपये), पटना जंक्शन-बोरिंग रोड (19 रुपये), जीपीओ- फुलवारीशरीफ (रु. 26), जीपीओ-खगौल (39 रुपये) और पटना जंक्शन-अगमकुआं (21 रुपये) है.
सीएनजी की कीमत अब डीजल के बराबर
वहीं ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट फेडरेशन-बिहार के सचिव राज कुमार झा ने कहा कि सीएनजी की कीमत इस साल जनवरी में 56 रुपये प्रति किलो से बढ़कर अब 93.10 रुपये हो गई हैं. उन्होंने कहा कि, " सीएनजी की कीमत अब लगभग डीजल के बराबर हैं. सीएनजी स्टेशनों की कमी एक और बड़ी चिंता है. फिलिंग स्टेशनों की कमी के कारण ऑटो चालकों को 4 से 5 घंटे लाइन में खड़ा होना पड़ता है. सीएनजी वाहन के रखरखाव पर सालाना लगभग 7,000 रुपये खर्च होते हैं, जबकि पेट्रोल और डीजल ऑटो को कम रखरखाव की जरूरत होती है. "
सात अगस्त को पटना में होगा 'खाट' पर विरोध प्रदर्शन
झा ने आगे कहा, "हम सात अगस्त को पटना में 'खाट' पर लोगों को लेकर एक अनोखा विरोध प्रदर्शन करेंगे. इसके बाद एक दिवसीय हड़ताल होगी. सरकार को हमें पटना और पड़ोसी खगौल, फुलवारीशरीफ और दानापुर में प्रतिबंध हटाकर डीजल और पेट्रोल से चलने वाले ऑटो चलाने की अनुमति देनी चाहिए.
ये भी पढ़ें