Patna News: पटना में 2,000 से ज्यादा सफाई कर्मचारियों ने अपनी ' काफी समय से लंबित मांगों' के समर्थन में शनिवार को एक दिन की हड़ताल की थी, जिसके परिणामस्वरूप शहर में गारबेज कलेक्शन एंड डिस्पोजल सिस्टम पूरी तरह से ठप हो गया. बिहार स्थानीय निकाय कर्मचारी संयुक्त मोर्चा (BLBEUF) और बिहार राज्य स्थानीय निकाय महासंघ (BSLBF) के बैनर तले पटना नगर निगम के मौर्य लोक परिसर स्थित मुख्यालय से सफाई कर्मियों ने विरोध मार्च निकाला था.


27 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की धमकी दी
सीएम हाउस की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारियों को अंबेडकर चौक के पास रोक दिया गया. इसके बाद उन्होंने प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा. वहीं सफाई कर्मचारियों ने धमकी दी है कि अगर राज्य सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे 27 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.


क्या है सफाई कर्मचारियों की मांगे
बीएलबीईयूएफ के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि उनकी प्राथमिक मांगें कॉन्ट्रेक्चुअल सफाई कर्मचारियों को नियमित करना, समान काम के लिए समान वेतन, स्थायी समूह डी कर्मचारियों के लिए पेंशन लाभ और मृतक श्रमिकों के परिवार के सदस्यों को अनुकंपा के आधार पर रोजगार देना है. उन्होंने कहा, "सभी शहरी स्थानीय निकायों में निजीकरण को रोका जाना चाहिए."


बता दें कि शनिवार को सफाईकर्मियों के विरोध प्रदर्शन के चलते शहर के अलग-अलग इलाकों में कूड़ा-करकट बिखरा देखा गया. लोगों को कूड़ा ना उठने की वजह से काफी परेशान हुई. हालांकि अतिरिक्त नगर आयुक्त शीला ईरानी ने हालांकि कहा कि दिन भर की हड़ताल से कचरा संग्रहण प्रभावित नहीं हुआ. 


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