Subrata Roy: भारत के प्रमुख व्यवसायियों में से एक सुब्रत रॉय भी है जिनका जन्म 10 जून, 1948 हुआ. वह सहारा इंडिया के संस्थापक हैं, जो विविध व्यावसायिक हितों वाला समूह है. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के साथ लंबी कानूनी लड़ाई के बाद निवेशकों के खिलाफ कथित धोखाधड़ी के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सहारा प्रमुख को उनकी कंपनी के दो निदेशकों के साथ जेल में डाल दिया गया था. उन्हें 4 मार्च 2014 को तिहाड़ जेल भेज दिया गया था, लेकिन वह फिलहाल पैरोल पर बाहर है. सुब्रत रॉय को निवेशकों के 20,000 करोड़ रुपये ब्याज समेत लौटाने को कहा गया है. उनके पास भारत और विदेशों में कई अचल संपत्तियां हैं.


सुब्रत रॉय पर उन पैसे को वापस नहीं करने का आरोप लगाया गया था जो उनके निवेशकों ने उन्हें उधार दिया था. इसके चलते सेबी (SEBI) ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और 20 मिलियन डॉलर की वापसी का मामला उनके लिए एक समस्या बना रहा. इसके बाद, रॉय परिवार के लिए हालात बद से बदतर होते चले गए, क्योंकि उन्हें जेल जाने के लिए मजबूर होना पड़ा और उनका व्यवसाय भी प्रभावित हुआ. हालांकि एक बार फिर से सहारा ग्रुप के लिए चीजें ठीक होती नजर नहीं आ रही हैं क्योंकि उन पर नए आरोप लगाए गए हैं.


ये है सुब्रत रॉय का परिवार
स्वर्गीय सुधीर चंद्र रॉय के बेटे है सुब्रत रॉय. उनका जन्म बिहार के अररिया में एक उच्च मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. एक बच्चे के रूप में वह हमेशा एक उज्ज्वल छात्र थे. उन्होंने सरकारी तकनीकी संस्थान, गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया. सहारा समूह की स्थापना करने से पहले, उन्होंने रियल एस्टेट व्यवसाय में 18 वर्षों के अनुभव के साथ-साथ व्यापार विकास में 32 वर्षों का बहुमूल्य अनुभव पहले ही प्राप्त कर लिया था. उन्होंने स्वप्ना रॉय से शादी की है. उनके 2 बेटे हैं, सुशांतो रॉय जो कंपनी के कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं. सीमांतो रॉय जो कंपनी के कार्यकारी निदेशक हैं.


सहारा समूह कई बिजनेस में हाथ आजमा चुका है  
सहारा समूह आईपीएल की पुणे फ्रेंचाइजी का मालिक हुआ करता था और फॉर्मूला वन रेसिंग टीम फोर्स इंडिया में उसकी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी थी. समूह की 90,000 करोड़ रुपये के नियोजित निवेश के साथ पूरे देश में 60 से अधिक शानदार टाउनशिप विकसित करने की योजना थी. कई टाउनशिप के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग खत्म हो चुकी थी. यह समूह करीब 11 लाख लोगों को रोजगार देता था और रियल एस्टेट, वित्तीय सेवाओं, बीमा, मीडिया और मनोरंजन, खेल और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में इसकी उपस्थिति थी. सहारा के अधिकांश कार्यक्रमों में बॉलीवुड सितारे और प्रसिद्ध खेल हस्तियां नियमित रूप से आते थे.


सुब्रत रॉय के इन पॉलिटिकल कनेक्शन से उदय हुआ था
सुब्रत रॉय का उदय समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह और इसके संस्थापक-मुलायम सिंह यादव के साथ उनके घनिष्ठ संबंध का परिणाम है. सुब्रत रॉय ने विवाद मुक्त जीवन व्यतीत किया है. हालांकि कभी-कभी उनकी भव्य जीवनशैली के लिए उनकी आलोचना की गई थी. यह न केवल उनकी गतिशीलता और इच्छाशक्ति थी बल्कि उनकी नैतिकता थी जिसने उन्हें जीवन की बाधाओं को पार करने में सहायता की. निस्संदेह, यह रॉय भारतीय कॉर्पोरेट उद्योग के उल्लेखों के भीतर अपनी जगह बनाने में सफल रहे है.


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