Pune Bypolls Highlights: बीमार होने के बावजूद वोट डालने पहुंचे सांसद गिरीश बापट, मताधिकार का किया प्रयोग
Pune By-Election Highlights: महाराष्ट्र के पुणे जिले की कस्बा और चिंचवाड़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए रविवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया. निर्वाचन अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
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Pune Bypolls Highlights: महाराष्ट्र के पुणे जिले की कस्बा और चिंचवाड़ विधानसभा उपचुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है. यह मतदान सुबह सात बजे से जारी है. यहां भारतीय जनता पार्टी के विधायक मुक्ता तिलक और लक्ष्मण जगताप के निधन के कारण सीटें खाली हुई थीं. पुणे की कस्बा विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के हेमंत रसाने और कांग्रेस के रवींद्र धंगेकर के बीच मुकाबला होगा. उनके पास कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना (यूबीटी) के महा विकास अघाड़ी गठबंधन का समर्थन भी है.
महाराष्ट्र के पुणे जिले की कस्बा और चिंचवाड़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए रविवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया. निर्वाचन अधिकारियों ने यह जानकारी दी. कस्बा और चिंचवाड़ सीटों पर उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों मुक्ता तिलक और लक्ष्मण जगताप के निधन के बाद हो रहे हैं.
'रंगोली' बनाकर हुआ मतदाताओं का स्वागत
चिंचवाड़ में जिला निर्वाचन अधिकारियों ने 'रंगोली' बनाकर और गुलाब का फूल देकर शुरुआती मतदाताओं का स्वागत किया. कस्बा विधानसभा क्षेत्र में भी मतदाता सुबह के समय अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते नजर आए. जिला निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि मतदान को देखते हुए दोनों विधानसभा क्षेत्रों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
चुनाव अधिकारी सचिन ढोले ने कही ये बात
चिंचवाड़ निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव अधिकारी सचिन ढोले ने कहा, “सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक व्यवस्था की गई है और मैं सभी मतदाताओं से अपील करता हूं कि वे बिना किसी डर के बाहर आएं और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें.” पुणे शहर की कस्बा विधानसभा सीट पर भाजपा के हेमंत रासने और कांग्रेस के रवींद्र धंगेकर के बीच मुकाबला है. धंगेकर को कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के महा विकास आघाड़ी गठबंधन का समर्थन प्राप्त है. पुणे शहर के नजदीकी एक औद्योगिक शहर चिंचवाड़ में मुकाबला भाजपा के अश्विनी जगताप और राकांपा के नाना काते के बीच है.
चिंचवाड़ में 510 मतदान केंद्र और 5,68,954 पंजीकृत मतदाता हैं और कस्बा निर्वाचन क्षेत्र में 215 मतदान केंद्र और 2,75,428 पंजीकृत मतदाता हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राकांपा प्रमुख शरद पवार और पार्टी नेता अजीत पवार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे और अन्य ने पिछले 10 दिन में दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार किया. मतगणना दो मार्च को होगी.
पुणे चुनाव में वोट डालने की गति धीमी
पुणे में आज कस्बा और चिंचवाड़ उपचुनाव के लिए मतदान हुआ. लेकिन देखा गया कि इस साल पुणे के लोग वोटिंग में आगे नहीं आए. कसबा विधानसभा क्षेत्र में शाम पांच बजे तक 45.25 फीसदी जबकि चिंचवाड़ विधानसभा क्षेत्र में 41.1 फीसदी मतदान हो चुका है. विधायक लक्ष्मण जगताप के निधन के बाद चिंचवाड़ और विधायक मुक्ता तिलक के निधन के बाद कसबे में उपचुनाव हो रहे हैं.
मतदाताओं ने कसबा पेठ में फर्जी मतदान का लगाया आरोप
मतदाताओं ने कसबा पेठ में फर्जी मतदान का लगाया आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि हम जब यहां आए तो हमारे नाम से पहले ही वोट पड़ गया. बहुत से लोग जब मतदान करने के लिए मतदान केंद्र पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि किसी और ने पहले ही अपना वोट डाल दिया था. जैसे ही उन्हें पता चला कि उनके पक्ष में फर्जी मतदान हुआ है, इन मतदाताओं ने इसका कड़ा विरोध किया है. इन मतदाताओं ने मांग की है कि चुनाव प्रणाली को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए.
पुणे उपचुनाव के लिए मतदान की रफ्तार धीमी
चिंचवाड़ में सुबह 7 से 9 बजे के बीच 3.52 प्रतिशत, सुबह 9 से 11 बजे के बीच 10.45 प्रतिशत, सुबह 11 से 1 बजे के बीच 20.68 फीसदी और दोपहर 1 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच 30.55 फीसदी मतदान हुआ. वहीं, कस्बा पेठ निर्वाचन क्षेत्र में सुबह 7 से 9 बजे के बीच 6.5 प्रतिशत, सुबह 9 से 11 बजे के बीच 8.25 प्रतिशत, सुबह 11 बजे से 1 बजे के बीच 18.50 फीसदी और दोपहर 1 बजे से 3 बजे के बीच 30.05 फीसदी मतदान हुआ. देखा गया कि कसबा और चिंचवाड़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतदान सुबह से ही काफी धीमी गति से चल रहा है.
कसबा पेठ विधानसभा क्षेत्र में शाम पांच बजे तक 45.25 फीसदी हुआ मतदान
कसबा पेठ विधानसभा क्षेत्र में शाम पांच बजे तक 45.25 फीसदी और चिंचवाड़ विधानसभा क्षेत्र में 41.10 फीसदी मतदान हुआ.
सांसद गिरीश बापट बीमार होने के बावजूद मतदान करने पहुंचे
पुणे के सांसद गिरीश बापट ने पुणे के एक स्कूल में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. उन्होंने कई वर्षों तक शहर पर शासन किया है.