Holi 2023: झारखंड में है वो गांव जहां 100 साल से होली नहीं मनाते लोग, वजह जानकर आपको भी चौंक जाएंगे!
Jharkhand Holi: झारखंड के दुर्गापुर गांव में 100 साल से होली नहीं मनाई जा रही. दुर्गापुर के राजा दुर्गा प्रसाद देव से असली वजह जुड़ी है.
Jharkhand Holi 2023: होली रंगों का तथा हँसी-खुशी का त्योहार है. यह ऐसा त्योहार है जो हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन की सीमा से परे जाकर लोगों को भाई-चारे का संदेश देता है. यह अब भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के कई प्रमुख देशों में भी मनाई जाती है. लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी की भारत में कुछ ऐसे स्थान है जहाँ होली नहीं खेली जाती है. इनमें से एक है झारखंड के बोकारो जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर कसमार प्रखंड का दुर्गापुर गांव.
अनिष्ट होने की बनी रहती हैं आशंका
गांव के बड़े बताते हैं कि करीब साढ़े तीन सौ साल पहले दुर्गापुर में राजा दुर्गा प्रसाद देव का शासन था. एक बार रामगढ़ राजा दलेल सिंह के सेनापति पश्चिम बंगाल के झालदा से रानी के लिए साड़ी, जेवर आदि खरीदकर दुर्गापुर के रास्ते से गुजर रहे थे. उसी दौरान दुर्गापुर के राजा दुर्गा प्रसाद की सेना ने शक के आधार पर उन्हें बंदी बना लिया था. इसकी खबर जब रामगढ़ के राजा को पता चली तो उसने इस अपमान का प्रतिशोध लेने के लिए अपनी सेना के साथ होली के दिन युद्ध छेड़ दिया. युद्ध में दुर्गापुर के राजा की मौत हो गई. राजा की मौत की खबर सुनकर दुर्गापुर की रानी ने भी नदी में कूद कर जान दे दी. तब से ग्रामीण अपने राजा-रानी की मृत्यु के शोक में होली नहीं खेलते हैं.
जिसने खेली होली, उसके साथ अच्छा नहीं हुआ
ग्रामीण बताते है की जब भी कोई जाने अनजाने गाँव में होली खेलता है तो उसके साथ अप्रिय घटना ही घाटी है. कुछ साल पहले गाँव में बाहर से मल्हार का एक परिवार आया था. उन्हें पता नहीं था की वह होली खेलना अपशकुन है. उनके होली खेलने के बाद रात में ही परिवार के ३ लोगों की मौत हो गई थी. एक अन्य घटने में जब ग्रामीणों ने होली खेली तो अगले दिन दर्जनभर पशुओ की रहस्यमयी मौत हो गयी थी. इन घटना ने लोगों के दिलों में ऐसा भय पैदा कर दिया कि आज की युवा पीढ़ी भी होली खेलने से कतराती है.
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