Tourist Places in Jharkhand: रांची से देवघर तक, झारखंड की इन जगहों पर आकर आप भूल जाएंगे सारी परेशानियां, यहां देखें पूरी लिस्ट
Jharkhand News: झारखंड (Jharkhand) ना सिर्फ खनिज संपदा बल्कि वन संपदा से भी संपन्न राज्य है. झारखंड को वनांचल यानि जंगलों की भूमि कहा जाता है.
Tourist Places of Jharkhand: झारखंड (Jharkhand) ना सिर्फ खनिज संपदा बल्कि वन संपदा से भी संपन्न राज्य है. झारखंड को वनांचल यानि जंगलों की भूमि कहा जाता है. राज्य की तीस फीसदी भूमि वनों से ढकी है जो इसे ना सिर्फ बेहद खूबसूरत बनाती है बल्कि एक बेहतर वातावरण भी पैदा करती है. झारखंड सुंदर झरनों और सांस्कृतिक धरोहरों वाला राज्य है. अगर आप भी पर्यटन के शौकीन हैं तो झारखंड आपके लिए एक नई टूरिस्ट डेस्टिनेशन हो सकता है. आपको बताते हैं झारखंड के खास पर्यटन स्थलों के बारे में.
जमशेदपुर- झारखंड का अहम शहर जमशेदपुर टाटानगर के नाम से भी विख्यात है. इसका नामकरण जमशेद टाटा के नाम पर साल 1919 में किया गया था. यहां जुबली पार्क, दलमा फॉरेस्ट रिजर्व और टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. इसके अलावा भुवनेश्वरी मंदिर में भी हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं.
देवघर- देवघर को बैद्यनाथ धाम से भी लोग पहचानते हैं. ये पूरा इलाका छोटी-छोटी पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा हुआ है. 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग इसी देवघर में मौजूद है. यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं. इसके अलावा यगां नवलखा मंदिर, रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ और देवसंघ मठ जैसे कई धार्मिक स्थल आकर्षण का केंद्र हैं.
हजारीबाग- ये पूरा इलाका घने जंगल और खूबसूरत झीलों के साथ चट्टानों से भरा हुआ है. इस इलाके से कोनार नदी गुजरती है जो इसे और ज्यादा संपदा संपन्न बना देती है. हजारीबाग राष्ट्रीय उद्यान भी इस इलाके का एक आकर्षण है. साथ ही पक्षियों के लिए यहां बेहतर पर्यावरण मिलता है. वहीं जैन समाज के लिए भी ये अहम स्थल है. माना जाता है की 23वें और 24वें जैन तीर्थंकरों को यहां मोक्ष की प्राप्ति हुई थी.
रांची- रांची का पूरा इलाका भी अपनी खूबसूरती के लिए पर्यटकों में आकर्षण का केंद्र है. इसे झरनों का शहर भी कहा जा सकता है. झारखंड की राजधानी रांची छोटी पहाड़ियों, खूबसूरत झरनों से भरी हुई है. औद्योगिक परिसरों से आबाद ये इलाका ना सिर्फ झरनों बल्कि स्वर्णरेखा और उसकी सहायक नदियों से भी आबाद रहता है.