Rang Panchami 2023: इंदौर में रंग पंचमी की धूम, शहर में त्योहार को लेकर क्या है खास तैयारी, एक क्लिक में जानें सबकुछ
Indore Rang Panchami: इंदौर में रंग पंचमी के दिन नशा करके गैर में शामिल होने वाले लोगों पर पुलिस विशेष ध्यान रखेगी साथ ही प्रशासन को सभी तरह के व्यवस्था को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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Indore Ger Rangpanchami 2023: होली के 5वें दिन पूरे देश में रंग पंचमी मनाया जाता है. वही इंदौर का रंगपंचमी गेर बेहद ही खास है.इस बार यह गेर रविवार 12 मार्च 2023 को सुबह 10:00 से मुख्य मार्ग गोराकुंड चौराहे से राजवाड़ा तक आयेगी. इसमें करीब 5 लाख से अधिक लोगों का आने का अनुमान है. मध्य प्रदेश पुलिस नशा करके आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखेगी. बता दे की पुलिस गैर में हर जगह मौजूद रहेंगे. नशा करके आने वालों पर उनकी सख्त नजर रहेगी.
जानकारी के मुताबिक गैर के मार्ग में चारों तरफ सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है. साथ ही खतरनाक भवनों को चिन्हित कर उस पर नोटिस लगाया जाएगा.प्रशासन ने हर जरूरी जगह पर वेरिकेटिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई है.साथ ही इमरजेंसी मेडिकल व्यवस्था, पानी की उपलब्धता, यातायात की व्यवस्था और अन्य कई महत्वपूर्ण व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए प्रशासन को जिमेदारी दी गई है.जानकारी के मुताविक राजबाड़ा, गोपाल मंदिर सहित अन्य प्रमुख भवन अच्छे से कवर किए जाएंगे ताकि उनकी सुंदरता बरकरार रहे.
इस बार गेर में होगी खास
इस साल रंग पंचमी की गेर को और भी खास बनाने के लिए आयोजकों ने संसाधनों को दोगुना कर दिया है. रंग उड़ाने के आधुनिक तौर-तरीके भी जुटाए जा रहे हैं. इसमें 200 फीट ऊपर तक मिसाइलों से रंग उड़ाने के साथ हवा में तिरंगा बनाया जाएगा. तोपों से फूल बरसाए जाएंगे और महिला बाउंसर भी तैनात की जाएंगी. इसके अलावा बैंड, डीजे, नगाड़े, ट्रैक्टर, मेटाडोर, डंपर समेत पानी की मिसाइल, गुलाल की मिसाइल, गुलाब उड़ाती तोप आकर्षण बनेगी.
क्या है गेर का इतिहास
कहा जाता है कि इंदौर में गेर की परंपरा होलकर वंश के समय से ही चली आ रही है. इस दिन होलकर राजवंश के लोग आम जनता के साथ होली खेलने के लिए निकलते थे और पूरे शहर में भ्रमण करते थे. इसका उद्देश्य ऊंच-नीच की भावना को मिटाकर आपस में मिलजुलकर इस पर्व को मनाना और आपस में भाईचारा बढ़ाना था. राजवंश खत्म होने के बाद भी ये परंपरा कायम रखी गई. आज इस शहर में यहां के नेता, समीतियां और तमाम संस्थाएं मिलकर गेर निकालती हैं.
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