देश में हर साल शिक्षा को लेकर रिपोर्ट जारी की जाती है. हर साल शिक्षा रिपोर्ट में नए-नए आंकड़े सामने आते हैं. इस बार जो एक आंकड़ा सामने आया है. उससे देश में लड़कियों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. वार्षिक शिक्षा रिपोर्ट में इस बार बताया गया है कि देश में कक्षा 12वीं के बाद लड़कों से ज्यादा लड़कियां पढ़ना चाहती है. इसके पीछे की वजह के बारे में क्या कहती है एएसईआर (ASER) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट आइए जानते हैं.


लड़कियां चाहती हैं लड़को से ज्यादा पढ़ना


बुधवार को जारी हुई वार्षिक शिक्षा रिपोर्ट में. भारत के ग्रामीण क्षेत्रों को लेकर 26 राज्यों के 28 जिलों में सर्वे किया गया था. जिसमें 34,745 बच्चे शामिल थे. एएसईआर (ASER) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ के ग्रामीण क्षेत्रों में क्लास 12th के बाद पढ़ाई जारी रखने के मामले में लड़कों के मुकाबला लड़कियां की परसेंटेज ज्यादा है.


अगर आंकड़ों की बात करें तो क्लास 12th तक पढ़ाई रखने के मामले में 19.4% लड़के हैं. तो वही 16.7% लड़कियां है.  जबकि अंडर ग्रेजुएट लेवल पर 44.3% लड़कियां है तो 41.2% लड़के हैं. वहीं पीजी लेवल पर 21.5 लड़कियां है तो 18.02% लड़के हैं. आंकड़े साफ बताते हैं लड़कियों में पढ़ाई जारी रखने की इच्छा लड़कों से ज्यादा है.


क्या है इसकी वजह? 


बियांड बेसिक्स नाम से छपी इस वार्षिक शिक्षा रिपोर्ट में 12वीं के बाद पढ़ाई जारी रखने के मामले में लड़कों से लड़कियां आगे पाई गईं. सर्वे में इसके पीछे दो प्रमुख वजह वजह बताई गई है. पहली वजह पढ़ाई लिखाई करने के बाद लड़कियों को एक अच्छी ग्रहणी बनने में मदद होगी. तो वहीं दूसरी वजह यह है की लड़कियां इसलिए भी अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती है ताकि वह घर के कामों से दूर रह सके. इसीलिए लड़कियां चाहती है कि वह जितना ज्यादा पढ़ सके उतना उतना पढ़ने को मिले. 


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