दिल्ली यूनिवर्सिटी पहली कट-ऑफ लिस्ट के तहत सोमवार 4 अक्टूबर 2021 यानी आज से अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर रहा है. पिछली बार की तरह इस साल भी पूरा प्रोसेस ऑनलाइन है, यानी छात्रों को एडमिशन फॉर्मेलिटी पूरी करने के लिए कैंपस में आने की कोई जरूरत नही है. विश्वविद्यालय ने पहली कट-ऑफ लिस्ट 1 अक्टूबर को घोषित की थी. अब एडमिशन प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है और 6 अक्टूबर तक चलेगी.
कट ऑफ हाई और सीटें सीमित हैं
यूनिवर्सिटी की एडमिशन कमेटी के अध्यक्ष प्रोफेसर राजीव गुप्ता ने छात्रों को एडमिशन प्रोसेस शुरू होने के पहले घंटे के भीतर और लास्ट के कुछ घंटों के भीतर आवेदन ना करने की सलाह दी है, क्योंकि यही वह समय होता है जब पोर्टल पर काफी ट्रैफिक होता है. उन्होंने ये भी कहा कि, “हम छात्रों को आवेदन करने और फीस का भुगतान करने के लिए पर्याप्त समय दे रहे हैं. इसलिए उन्हें सावधान रहना चाहिए और जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. छात्रों को एडमिशन रद्द करने से पहले स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए. सीटें सीमित हैं और कट-ऑफ काफी हाई है इसलिए अगर उन्हें किसी कॉलेज में एडमिशन मिल गया है, तो उन्हें इसे कैंसल नहीं करना चाहिए.”
आठ कॉलेजों में 10 कोर्सेज की कट-ऑफ 100 प्रतिशत है
गौरतलब है कि लगभग 70,000 सीटों पर एडमिशन के लिए आठ कॉलेजों में 10 कोर्सेज के लिए कट-ऑफ शत-प्रतिशत है. डीयू ने एडमिशन प्रक्रिया के लिए कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं. जिनके अनुसार, उम्मीदवार को एक विशेष कट ऑफ के दौरान एक कॉलेज में केवल एक प्रोग्राम का सिलेक्शन करने की अनुमति है, और एक पर्टिकुलर कटऑफ में कई प्रोग्राम्स और कॉलेजों का चयन करने की अनुमति नहीं है.
एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी ने जारी की है गाइडलाइन्स
- आवेदन करने से पहले, उम्मीदवारों को अपने मार्क्स और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया की सावधानीपूर्वक जांच करनी चाहिए. वे एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के लिए इंफॉर्मेशन बुलेटिन को रेफर कर सकते हैं.
- कट-ऑफ के लिए आवेदन करते समय, उम्मीदवार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके बेस्ट 4 के मार्क्स या बेस्ट 3 के मार्क्स घोषित की गई कट-ऑफ के भीतर होने चाहिए. उदाहरण के लिए, यदि किसी कॉलेज में किसी कोर्स की पहली कट-ऑफ लिस्ट में 98 प्रतिशत और दूसरी लिस्ट में 97 प्रतिशत है, तो दूसरी कट-ऑफ में प्रोग्राम के लिए आवेदन करने के लिए, उम्मीदवार का बेस्ट 4 दूसरी लिस्ट में 97 प्रतिशत के बराबर से अधिक लेकिन 98 प्रतिशत से कम होना चाहिए.
- अगर कोई उम्मीदवार पहले या दूसरे राउंड में एडमिशन के लिए एलिजिबल है, लेकिन किसी वजह से आवेदन नहीं कर सका है तो उसे स्पेशल कट-ऑफ एडमिशन राउंड में आवेदन करने का एक और मौका मिलेगा.
- एक उम्मीदवार को एक पर्टिकुलर एडमिशन राउंड के दौरान केवल एक प्रोग्राम और कॉलेज चुनने की अनुमति है. एक पर्टिकुलर कट-ऑफ में कई प्रोग्राम्स और कॉलेजों का चयन करने की अनुमति नहीं दी गई है. साथ ही, उन्हें कट-ऑफ एडमिशन राउंड के दौरान प्रोग्राम और कॉलेज कॉम्बिनेशन बदलने की इजाजत नहीं है.
- डीयू एडमिशन के लिए आवेदन करने के लिए, उम्मीदवारों को अपने डैशबोर्ड पर लॉग इन करना होगा ताकि वे कोर्सज और कॉलेज का चयन कर सकें, जिसमें वे एडमिशन का दावा करना चाहते हैं.
- आवेदन प्राप्त करने के बाद, कॉलेज उम्मीदवारी को स्वीकृत या अस्वीकार करने के लिए आवेदन और अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन करेंगे.
- अगर किसी उम्मीदवार ने जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा नहीं किए हैं, तो संबंधित कॉलेज द्वारा उनकी रजिस्टर्ड ईमेल आईडी या फोन पर उनसे संपर्क किया जाएगा.
- जिन उम्मीदवारों के आवेदन 'प्रिंसिपल द्वारा अप्रूव्ड' हैं, उन्हें निर्धारित समय के भीतर प्रवेश शुल्क का भुगतान करना होगा.
- एडमिशन लेने के बाद, छात्रों को एक ऑनलाइन डिक्लेरेशन फॉर्म पर साइन करना होगा, जिसमें कहा गया है, “मेरे द्वारा प्रदान की गई सभी जानकारी सही है. अगर मेरे द्वारा प्रदान की गई कोई भी जानकारी झूठी पाई जाती है और/या मेरे द्वारा प्रस्तुत डॉक्यूमेंट्स द्वारा समर्थित नहीं है, तो मैं समझता हूं कि एडमिशन तुरंत रद्द कर दिया जाएगा और कोई शुल्क वापस नहीं किया जाएगा. मैं विश्वविद्यालय और कॉलेज द्वारा निर्धारित सभी रूल्स और रेगुलेशन का पालन करूंगा."
- अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट्स को कॉलेजों द्वारा फिजिकल रूप से वेरीफाई किया जाएगा. अगर किसी भी लेवल पर यह पाया जाता है कि किसी उम्मीदवार ने झूठे, मनगढ़ंत या गलत डॉक्यूमेंट जमा किए हैं, तो बिना किसी पूर्व सूचना के एडमिशन फौरन कैंसल कर दिया जाएगा. ऐसे मामलों में कोई शुल्क वापस नहीं किया जाएगा.
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