देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी कमजोर पड़ चुकी है और जिंदगी एक बार फिर पटरी पर आने की कोशिश में जुट चुकी है. हालात अब जब सामान्य हो रहे हैं तो लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील देने के साथ ही स्कूलों को फिर से खोलने की कवायद भी शुरू हो चुकी है. कई राज्यों में स्कूल खुल चुके हैं वहीं कई आने वाले दिनों में शिक्षण संस्थानों को खोलने की तैयारी कर रहे हैं.
हालांकि कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच स्कूल खोलने का फैसला कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है इस पर चर्चा हो रही है. लेकिन इस पूरी स्थिति के बीच अभिभावकों के लिए अपने बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा दोनों ही काफी चिंता का विषय बने हुए हैं. ऐसे में महामारी के बीच बच्चों को स्कूल भेजने से पहले अभिभावकों को ये नियम जरूर जान लेने चाहिए चाहिए ताकि उनके नौनिहालों के स्वास्थ्य को कोई खतरा न हो.
स्कूल भेजने से पहले अभिभावक इन बातों का रखें ख्याल
- अपने बच्चे का टेम्परेचर लगातार चेक करते रहें, स्कूल भेज रहे हैं तो उन्हें मास्क लगाने की अहमियत के बारे में अच्छी तरह से समझाएं और बताएं कि मास्क न उतारें.
- अगर बच्चे की तबीयत खराब लग रही है तो स्कूल न भेजें.
- अपने बच्चों को सामाजिक दूरी या सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताएं और उन्हें समझाएं कि इसका पालन करना क्यों जरूरी है.
- बच्चों को समझाए कि मास्क तभी उतारें जब उनसे 6 फीट की दूरी पर कोई न हो.
- बच्चों को ये भी समझाएं कि अगर वे किसी चीज को छू रहे हैं तो अपने हाथों को बार-बार सैनिटाइज करें या स्कूल के वॉशरूम में जाकर हाथ धोएं.
- बच्चा अगर स्कूल बस से जाता है तो उसे समझाएं कि स्कूल बस में भी सोशल डिस्टेंसिंग बना कर रखें.
- छात्र अपना ब्रेकफास्ट और लंच स्कूल में साथ लेकर जाएं. छात्र अपना टिफिन शेयर करना पसंद करते हैं लेकिन अब उन्हें ये समझाएं कि अपना खाना शेयर न करें अगर कर भी रहे हैं तो उस समय भी उन्हें सामाजिक दूरी बनाए रखनी होगी.
स्कूलों भी छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कई उपाय करने होंगे.
स्कूलों में सैनिटाइजर डिस्पेंसर होना चाहिए.
स्कूलों में कक्षाओं और वॉशरूम की साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जाए.
स्कूलों के टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ फुली वैक्सीनेटेड हों.
क्लासेज में छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही बैठाया जाए.
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