आंध्र प्रदेश के शिक्षा विभाग ने 5 मई से होने वाली इंटरमीडिएट (10+2) परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है. रविवार को एक आधिकारिक बयान में, शिक्षा मंत्री ए सुरेश ने बताया था कि, “एपी उच्च न्यायालय द्वारा हाल ही में कहा गया था कि राज्य सरकार को कोविड -19 की दूसरी लहर के घातक होने के मद्देनजर दसवीं और बारहवीं कक्षा के फाइनल एग्जाम पर पुनर्विचार करना चाहिए.” सुरेश ने कहा, "अदालत की राय का सम्मान करते हुए, हमने इंटरमीडिएट परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया है."


स्थिति अनुकूल होने पर 12वीं की परीक्षा की नई तारीखें घोषित की जाएंगी
हालांकि मंत्री ने दसवीं कक्षा की परीक्षा के बारे में कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने ये जरूर कहा कि स्थिति सामान्य होने के बाद इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए नए कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी. बता दें कि इससे पहले राज्य सरकार नेदावा किया था कि परीक्षा आयोजित किए बिना स्टूडेंट्स को प्रमोट करना उनके करियर को नुकसान पहुंचाएगा.


पैरेंट्स और विपक्षी पार्टियां परीक्षा का विरोध कर रही थीं
हालांकि, कई पैरेंट्स स्टूडेंट् और विपक्षी पार्टियों का कहना है कि परीक्षा छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को खतरे में डाल देगी. उन्होंने राज्य में पिछले कई दिनों से कोरोन संक्रमण के 10 हजार से ज्यादा मामले सामने आने पर  ’एग्जाम इमरजेंसी’ के पीछे तर्कसंगतता पर सवाल भी खड़े किए हैं. इस बीच, कई लोगों ने परीक्षा स्थगित करने की मांग करते हुए  अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था.


कई बोर्ड्स ने परीक्षाएं या तो स्थगित या कैंसिल की हैं
वैसे बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण देश के कई राज्यों के बोर्ड और सीबीएसी ने भी दसवीं और 12वीं की परीक्षा या तो रद्द या कैंसिल कर दी है. कई राज्यों में बोर्ड ने 10वीं के स्टूडेंट्स को पास करने के लिए मूल्यांकन नीति की भी घोषणा कर दी है. वहीं स्थिति अनुकूल होने पर 12वी की परीक्षा की तारीखें घोषित किए जाने की बात कही जा रही है.


ये भी पढ़ें


जम्मू-कश्मीर में सभी स्कूल और कॉलेज 31 मई तक बंद, कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते लिया गया फैसला


TS PGECET 2021 के लिए रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट बढ़ाई गई, अब 7 मई तक कर सकते हैं अप्लाई  


Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI