APAAR ID: अपार कार्ड से कैसे रुकेगी एजुकेशन सेक्टर की धांधली, किन गड़बड़ियों पर लगेगी लगाम?
APAAR ID: स्कूलों में APAAR ID बनाई जा रही हैं, जो हर छात्र के शैक्षणिक हिस्ट्री, सर्टिफिकेट्स और उपलब्धियों को रिकॉर्ड करेगी. साथ ही ये आधार से भी जुड़ी रहेगी.
इन दिनों स्कूलों में छात्रों के लिए एक नई अपार आईडी (APAAR ID) बनाने का काम तेजी से चल रहा है. यह आईडी न सिर्फ छात्रों की शैक्षणिक प्रगति को ट्रैक करने में मदद करेगी. बल्कि उनके अध्ययन की यात्रा को एक केंद्रीकृत और प्रभावी तरीके से प्रबंधित भी करेगी. APAAR का पूरा नाम है ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (Automatic Permanent Academic Account Registry). यह योजना सरकारी और निजी दोनों ही स्कूलों में लागू हो रही है.
ये हैं फीचर्स
अपार आईडी का उद्देश्य प्रत्येक छात्र का शैक्षणिक इतिहास बनाना है, जिसमें उनके द्वारा किए गए कोर्स, प्राप्त अंक, प्रमाणपत्र, और अन्य उपलब्धियां शामिल होंगी. यह आईडी डिजी लॉकर के साथ इंटीग्रेटेड होगी, जिससे छात्रों के डेटा को सुरक्षित और आसानी से एक्सेस किया जा सकेगा.
यह 'वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी' योजना के तहत बनाई जा रही है, और प्रत्येक छात्र को एक यूनिक 12 अंकों का आईडी नंबर मिलेगा. इस आईडी में छात्रों के सभी शैक्षणिक दस्तावेज जैसे मार्कशीट, डिग्री, कैरेक्टर सर्टिफिकेट, ट्रांसफर सर्टिफिकेट, ब्लड ग्रुप, वजन, ऊंचाई आदि जानकारी भी शामिल होगी.
आधार से लिंक
अपार आईडी को छात्र के आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा. अगर छात्र नाबालिग है, तो माता-पिता की सहमति जरूरी होगी. माता-पिता कभी भी अपनी सहमति वापस ले सकते हैं, और इसका डेटा केवल उनकी अनुमति से ही जोड़ने की प्रक्रिया पूरी होगी.
क्या है प्रक्रिया
अपार आईडी बनाने के लिए स्कूलों को https://apaar.education.gov.in/ वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. इस प्रक्रिया के तहत छात्र के पास आधार कार्ड होना जरूरी है. अगर छात्र नाबालिग है, तो माता-पिता को एक कंसेंट फॉर्म भरकर स्कूल में जमा करना होगा.
कैसे भर सकेंगे कंसेंट फॉर्म
- सबसे पहले https://apaar.education.gov.in पर जाएं.
- इसके बाद होम पेज पर 'Resources' पर क्लिक करें.
- अब 'APAAR Parental Consent Form (English)' डाउनलोड करें.
- फिर फॉर्म भरकर स्कूल में जमा कर दें.
इन पर लगेगी लगाम
इस आईडी से फर्जी दस्तावेजों को आसानी से पहचाना जा सकेगा. छात्रों के सत्यापन में आसानी होगी और स्कॉलरशिप प्राप्त करने में मदद मिलेगी. साथ ही साथ यह छात्रों के सभी शैक्षणिक दस्तावेजों को एक जगह सुरक्षित रखेगा. यह प्रणाली ड्रॉपआउट छात्रों को ट्रैक करके उन्हें मुख्यधारा में लाने में मदद करेगी. अपार आईडी से छात्रों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिल सकेगा.
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