Math Anxiety: मैथ को देखकर आता है पसीना, कहीं आप भी तो मैथ एंग्जाइटी के शिकार नहीं?
What Is Math Anxiety: कुछ लोगों को मैथ देखकर ही घबराहट होने लगती है. इसे मैथ एंग्जाइटी के नाम से भी जानते हैं. इसके लक्षण, बचाव और उपाय क्या है, जानिए डिटेल में.
How to deal with math anxiety: आपने नोटिस किया होगा कि कुछ स्टूडेंट्स या लोगों को मैथ्स के सवालों से एक खासा डर लगता है. उनके मन में ये कहीं न कहीं बैठ गया होता है कि ये सवाल उनसे हल नहीं होगा. मैथ का पेपर देखते ही या कोई सवाल सामने आती ही उन्हें पसीना छूटने लगता है. इस मैथ फियर या मैथ एंग्जाइटी कहते हैं. ऐसे लोग सवालों, नंबरों, कैलकुलेशन को देखकर पैनिक करने लगते हैं. इसे ठीक तरह से डील न किया जाए तो ये बात मन में घर कर जाती है कि मैथ नहीं आती या नहीं कर पाएंगे.
क्या है मैथ एंग्जाइटी
मैथ एंग्जाइटी मुख्य तौर पर सवालों या नंबरों/कैलकुलेशन को लेकर किसी के भी मन में पलने वाला डर है. धीरे-धीरे ऐसे लोग या तो मैथ से भागने लगते हैं या इसे बहुत बड़ी समस्या मानने लगते हैं. उनके मन में गहरे कहीं ये बैठ जाता है कि वे मैथ्स में अच्छे न हैं और न ही हो सकते हैं.
ये कोई मेडिकल कंडीशन नहीं है लेकिन इसे लेकर लोगों के मन में बसा डर वास्तविक होता है. इसे न ट्रीट किया जाए तो आगे चलकर ये विश्वास में बदल जाता है और नंबरों का भय खत्म नहीं होने देता.
क्या हैं लक्षण
इसके सिम्पटम कुछ इस प्रकार होते हैं – मैथ सामने आते ही तनाव होने लगना, मस्ल्स टेंस हो जाना, हार्ट रेट बढ़ जाना, हथेलियों में पसीना आने लगना और सिर घूमने लगना. इससे सोचने की और समस्या हल करने की क्षमता भी प्रभावित होती है. मैथ एंग्जाइटी होने पर व्यक्ति सवाल हल करने में और समस्या महसूस करता है. लो कॉन्फिडेंस, एवॉएडेंस और लो ग्रेड इसके दूसरे उदाहरण हैं.
क्या है कारण
इसके पीछे कोई खास कारण नहीं होता और ये समस्या किसी के भी साथ हो सकती है. कई बार ग्रुप में मजाक बनने, साथियों की तुलना में अच्छा परफॉर्म न कर पाने, पब्लिकली इम्ब्रेस होने या बार-बार नंबर खराब आने से ये समस्या हो जाती है. अगर बार-बार टीचर्स, पैरेंट्स या कोई और ये कहता रहे कि तुम मैथ्स में खराब हो तो भी मन में ये बात गहरे बैठ जाती है.
कैसे करें इससे डील
इससे डील करने का तरीका सामान्य एंग्जाइटी से डील करने जैसा ही है. वही मदद या वही दवा (सीरीयस केस में) ली जा सकती है. मोटे तौर पर ये तरीके अपना सकते हैं.
- अपने बारे में खुद या किसी दूसरे को निगेटिव टॉक न करने दें.
- मैथ को लेकर खुद को मोटिवेटेड रखें और इसे दिमाग में हौव्वा न बनन दें.
- नियमित रूप से पढ़ाई करें और जो एरिया समझ न आता हो उस पर जमकर दिमाग लगाएं, एवॉएड न करें.
- मैथ्स क्लास अटेंड करें, जररूत पड़े तो ट्यूशन लें.
- एक सवाल को हल करने के कई तरीके होते हैं. अगर एक तरीका समझ न आए तो दूसरा अपनाएं.
- यूट्यूब पर बहुत से ट्यूटोरियल होते हैं, उनको देखें.
- साथियों की मदद लें और जमकर प्रैक्टिस करें.
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