ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करना चाहते हैं तो यह आपके लिए अच्छी खबर है. ऑस्ट्रेलियाई वीज़ा के लिए अब टोईफ़्ल टेस्ट के नतीजे मान्य हैं. एड्यूकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ईटीएस) के मुताबिक, 5 मई को लिए गए टेस्ट के नतीजे ऑस्ट्रेलियाई वीजा के लिए वैध माने जाएंगे. टोईफ़्ल के नतीजों की समीक्षा ऑस्ट्रेलियाई गृह विभाग ने पिछले साल जुलाई में की थी और तब उन्हें मान्य नहीं माना गया था.
टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज़ ए फॉरेन लैंग्वेज (TOEFL) एक अंग्रेजी भाषा की परीक्षा है. यह परीक्षा गैर-अंग्रेजी भाषी देशों के लोगों की अंग्रेजी भाषा की क्षमता का आकलन करने के लिए उपयोग की जाती है. जो लोग इस परीक्षा को पास करते हैं, उन्हें विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने का अवसर मिलता है. छात्र TOEFL की तैयारी किताबों, ऑडियो/वीडियो मटेरियल और ऑनलाइन संसाधनों का इस्तेमाल करके खुद से भी कर सकते हैं.
ईटीएस ने घोषणा की है कि 5 मई और उसके बाद ली गई TOEFL परीक्षा के स्कोर ऑस्ट्रेलिया में वीजा आवेदनों के लिए वैध होंगे. ऑस्ट्रेलिया भारतीय छात्रों और पेशेवरों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बना हुआ है, जिसमें पिछले वर्ष 1.2 लाख से अधिक भारतीय छात्र वहां अध्ययन करने गए थे. ईटीएस इंडिया और दक्षिण एशिया के कंट्री मैनेजर सचिन जैन ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में दुनिया की टॉप 100 यूनिवर्सिटीज में से 9 यूनिवर्सिटीज हैं. यहां आपको वर्ल्ड क्लास हायर एजुकेशन और पढ़ाई के बाद काम करने का मौका मिलेगा.
कौन-से हैं संस्थान?
वैसे तो TOEFL क्रैक करने के बाद आप कई देशों में पढ़ाई के लिए जा सकते हैं. अगर ऑस्ट्रेलिया के मुख्य संस्थानों की बात करें जहां छात्र एडमिशन लेने के उत्सुक रहते हैं. उनमें विक्टोरिया विश्वविद्यालय, टॉरेंस विश्वविद्यालय, सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, मोनाश विश्वविद्यालय आदि शामिल हैं.
कितनी होती है वैधता?
TOEFL स्कोर की वैधता दो साल होती है. यदि आपने दो साल के अंदर स्कोर प्राप्त किया है और वह आपके टारगेट विश्वविद्यालय या फिर प्रोग्राम के लिए स्वीकार्य है, तो आपको दोबारा परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी.
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