कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) भी 15 मई तक के लिए बंद कर दी गई है. विश्वविद्यालय ने बुधवार को कहा कि विश्वविद्यालय परिसर 15 मई तक बंद रहेगा और इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं नहीं होंगी. यह फैसला वाइस चांसलर प्रोफेसर राकेश भटनागर की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में लिया गया.
यूनिवर्सिटी के अधिकारी 15 मई तक वर्क फ्रॉम होम करेंगे
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि विश्वविद्यालय के अधिकारी 15 मई तक अपने घरों से काम करेंगे और उन्हें केवल जरूरी स्थिति में ऑफिस में बुलाया जाएगा. हालांकि इस पीरियड के दौरान मेडिकल फैसिलिटी और जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी.
बयान में ये भी कहा गया है कि, विश्वविद्यालय परिसर में गैरजरूरी आवाजाही की कोई अनुमति नहीं होगी और जिला प्रशासन द्वारा लगाया गया नाइट कर्फ्यू / लॉकडाउन विश्वविद्यालय परिसर के अंदर लागू होगा.
शिक्षकों और कर्मचारियों को कोविड टेस्ट कराने के लिए कहा गया है
विश्वविद्यालय ने शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को कहा है कि संक्रमण के लक्षण दिखने पर COVID-19 टेस्ट कराएं. अगर टेस्ट पॉजिटिव आता है तो खुद को आइसोलेट कर लें.
अप्रैल में ऑफलाइन टीचिंग कर दी गई थी बंद
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) ने अप्रैल महीनें में COVID-19 के प्रसार को रोकने की कोशिश के तहत विश्वविद्यालय परिसर के अंदर ऑफ़लाइन टीचिंग को भी बंद कर दिया था और लोगों की आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगा दिया था. विश्वविद्यालय ने छात्रावास में रह रहे स्टूडेंट्स को अपने मूल स्थानों पर जाने और ऑनलाइन, ओपन-बुक एग्जाम "अपने घरों की सुरक्षा" में देने के लिए कहा था.
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