Online Education: नौकरी के साथ करें ऑनलाइन कोर्स, जल्दी होगा प्रमोशन और मिलेगा सैलरी हाइक
Benefits of Online Education: नौकरी के साथ ऑनलाइन पढ़ाई करने से तरक्की के रास्ते खुल जाते हैं. डिग्री बढ़ने से प्रमोशन तो मिलता ही है साथ ही सैलरी बढ़ने की भी अच्छी संभावना होती है.
Online Course With Job: ऑनलाइन एजुकेशन को आज के दौर की एजुकेशन कहा जाए तो गलत नहीं होगा. जिन छात्रों के पास संस्थान जाकर पढ़ने का समय नहीं है या जो नौकरी या किसी दूसरी वजह से रेग्यूलर कोर्स नहीं कर पाते हैं, उनके लिए ऑनलाइन एजुकेशन किसी वरदान से कम नहीं. बदलते समय के साथ जैसे-जैसे शिक्षा का डिजिटलीकरण हो रहा है, वैसे-वैसे ऑनलाइन एजुकेशन और डिस्टेंस एजुकेशन की डिमांड बढ़ रही है. स्कूल से लेकर कॉलेज या यूनिवर्सिटी लेवल तक हर जगह ऑनलाइन और डिस्टेंस एजुकेशन की सुविधा मिलने लगी है. इसके लिए इग्नू जैसे संस्थानों के कोर्स काफी पसंद किए जाते हैं.
अपनी जरूरत के मुताबिक करें चुनाव
आप अगर जॉब में हैं और अपनी शैक्षिक योग्यता को नौकरी के साथ बढ़ाना चाहते हैं तो ऑनलाइन एजुकेशन आपके लिए एक बढ़िया ऑप्शन हो सकती है. अपने एरिया के मुताबिक कोर्स का चुनाव करें और अपने रूटीन के हिसाब से फ्लेक्सिबल टाइम में पढ़ाई करें, एग्जाम दें और डिग्री हासिल करें.
यहां से करें कोर्स
डिस्टेंस एजुकेशन और ऑनलाइन एजुकेशन के महत्व को देखते हुए बहुत से संस्थान इसमें डिग्री देते हैं. इग्नू का नाम इसमें सबसे ऊपर आता है. इसके बाद यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास, डॉ. बी आर अंबेडकर यूनिवर्सिटी हैदराबाद, मध्य प्रदेश भोज यूनिवर्सिटी, नालंदा यूनिवर्सिटी पटना जैसी जगहों से डिस्टेंस एजुकेशन की सुविधा उठायी जा सकती है. एमाईटी ऑनलाइन, एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई, एएमयू वगैरह से ऑनलाइन डिग्री कोर्स किए जा सकते हैं.
क्या अंतर है डिस्टेंस और ऑनलाइन एजुकेशन में
डिग्री लेते वक्त ऑनलाइन एजुकेशन चुनें या डिस्टेंस एजुकेशन ये तय करने से पहले दोनों का फर्क समझना जरूरी है. डिस्टेंस एजुकेशन में स्टूडेंट्स को स्टडी मैटीरियल उपलब्ध कराया जाता है और उन्हें समय-समय पर अपने असाइनमेंट जमा करने होते हैं और तय सेंट्रस पर जाकर परीक्षा देनी होती है. इसके अलावा भी इन्हें बीच-बीच में केंद्र जाना होता है. ये सेल्फ मोटिवेडेट रहते हैं और इनहें किताबें मिलने के बाद खुद पढ़ाई करनी होती है.
ऑनलाइन एजुकेशन में सबकुछ ऑनलाइन ही होता है. स्टडी मैटीरियल ई टेक्स्ट के फॉर्म में होता है और संस्थान द्वारा कोर्स के मुताबिक लेक्चर्स के विडियो भी उपलब्ध कराये जाते हैं. ऑनलाइन क्लास होती है और टेस्ट भी ऑनलाइन ही होता है. इसमें सेंटर जाने का कोई नियम नहीं है और देश के साथ विदेश से के छात्र भी इन कोर्स में इनरोल करा सकते हैं.
क्या कहना है एक्सपर्ट का
इस बारे में इग्नू के रिटार्यड रीजनल डायरेक्टर और वर्तमान में मंगलायतन यूनिवर्सिटी में डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन के डायरेक्टर प्रो. (डॉ.) मसूद परवीज़ का कहना है कि आज का युग ऑनलाइन एजुकेशन का युग है. अपने घर के कंफर्ट और अपनी समय की उपलब्धता के मुताबिक स्टूडेंट्स ऑनलाइन एजुकेशन का फायदा उठा सकते हैं. इन्हें टेस्ट देने के लिए भी सेंटर आने की जरूरत नहीं है.
ऑनलाइन एग्जाम होते हैं और ऐसे एआई टूल्स का इस्तेमाल होता है कि स्टूडेंट्स चीटिंग करने की सोच भी नहीं सकते. इसलिए इन कोर्सेस की क्रेडेबिलिटी और इंपॉर्टेंस का हर कोई कायल है. यही नहीं अगर स्टूडेंट्स के मन में कोई डाउट रहता है तो उसे लाइव सेशन में क्लियर किया जा सकता है. आने वाले समय में ऑनलाइन एजुकेशन का महत्व और बढ़ेगा इससे इंकार नहीं किया जा सकता.
प्रो. (डॉ) मसूद परवीज़
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