बोर्ड रिजल्ट जारी करने में बिहार बेस्ट तो यूनिवर्सिटीज के नतीजों में फिसड्डी क्यों, जानें कितने सेशन चल रहे पीछे?
एक ओर बिहार बोर्ड पूरे देश में सबसे पहले बोर्ड परीक्षा के नतीजे जारी करने को लेकर सुर्खियों में रहता है तो वहीं दूसरी तरफ राज्य की यूनिवर्सिटीज नतीजे जारी करने के मामले में फिसड्डी साबित हो रही हैं.

बिहार बोर्ड ने इस साल भी हर बार की तरफ सबसे पहले 10वीं और 12वीं क्लास के नतीजे जारी कर दिए हैं. बिहार बोर्ड एक ऐसा बोर्ड ने जो पिछले कई सालों ऐसा करता आया है. मगर जब बात राज्य की यूनिवर्सिटीज की आती है, तो तस्वीर बिल्कुल उलटी दिखती है. बिहार के कई विश्वविद्यालय सेशन लेट होने की वजह से सुर्खियों में रहते हैं. सवाल उठता है कि जब बिहार बोर्ड इतनी फुर्ती से रिजल्ट घोषित कर सकता है, तो यूनिवर्सिटीज क्यों पिछड़ रही हैं? आइए जानते हैं...
बिहार ने इस साल 12वीं क्लास का रिजल्ट 25 मार्च को जारी कर चुका है. साथ ही बोर्ड ने 10वीं क्लास के नतीजे भी 29 मार्च को जारी कर दिए थे. वहीं, जब हम राज्य के विश्वविद्यालयों की बात करें तो मामला बिल्कुल उलट है. जहां बोर्ड हर साल अन्य बोर्डों से पहले नतीजे जारी कर देता हैं, वहीं यहां की यूनिवर्सिटीज नतीजों जारी करने के मामलों में फिसड्डी साबित हो रही हैं. कुछ यूनिवर्सिटीज में तो सेशन ही लेट लतीफी के साथ चल रहा है. जिस वजह से स्टूडेंट्स को खासी दिक्कत हो रही है.
बिहार के सारण छपरा में जय प्रकाश यूनिवर्सिटी स्थित है. जहां के अधिकारी बताते हैं कि उन्होंने बड़ी मुश्किल से दिन रात एक कर 2018 से लेट चल रहे सेशनों को सुधारा है. यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर डॉ प्रमेंद्र कुमार बाजपेयी का कहना है कि 2018 से सभी सेशन लेट चल रहे थे लेकिन अब ग्रेजुएशन के सभी सेंशन के एग्जाम हो गए हैं. बस केवल रिजल्ट बाकि हैं वो भी जल्द जारी कर दिए जाएंगे. उधर, पोस्ट ग्रेजुएशन के सेंशन 6 महीना लेट चल रहा हैं जिसे इस साल प्रयास हैं कि सुधारा जाए. जून महीने से पोस्ट ग्रेजुएशन को ठीक करने की कोशिश जारी रहेगी बाकी हमारे यहां कोई सेंशन लेट नहीं चल रहा हैं और 2025 से पोस्ट ग्रेजुएशन की सेशन भी ठीक हो जाएंगे.
सभी रिजल्ट जल्द जारी होंगे
जय प्रकाश यूनिवर्सिटी के कुलपति ने बताया कि पेंडिंग रिजल्ट और लेट सेशन को पूरी तरह खत्म करने की प्रक्रिया तेजी से जारी है. उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय में रिजल्ट को छोड़कर अब कुछ भी पेंडिंग नहीं है. VC ने बताया कि ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में लेट हुए सेशनों को सुधारने की दिशा में ऐतिहासिक काम किया गया है. 2018 से लेकर 2023 तक की सभी मार्कशीट में सुधार किया जा चुका है. जो परीक्षाएं किसी कारणवश नहीं हो पाईं थीं, उन्हें भी सफलता पूर्वक आयोजित कराया गया है.
2018-2023 तक के सभी मार्कशीट करेक्ट कर दी गईं. सेकंड ईयर और थर्ड ईयर की सभी लंबित परीक्षाएं पूरी हो चुकी हैं. 2021-2024 और 2022-2025 के सेकंड ईयर के एग्जाम कराए जा रहे हैं. 2023-2027 बैच के फर्स्ट और सेकंड सेमेस्टर की परीक्षाएं पूरी कर ली गई हैं. 2024-2028 बैच का फर्स्ट सेमेस्टर एग्जाम भी समय पर कराया गया है. उन्होंने कहा कि अगले 1 से 1.5 महीने के अंदर सभी पेंडिंग रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे. अब ग्रेजुएशन में किसी तरह की देरी नहीं रहेगी. करीब 10 सालों में पहली बार विश्वविद्यालय का सेशन पूरी तरह सही हो रहा है. उन्होंने कहा 2025 से विश्वविद्यालय का सेशन पूरी तरह सही हो जाएगा. जुलाई 2025 में नए एडमिशन लिए जाएंगे और उसके बाद किसी भी छात्र का सेशन लेट नहीं होगा.
BBAU में देरी दूर करने के लिए उठाए जा रहे कदम
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी (BBAU) में डीन स्टूडेंट वेलफेयर आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि एडमिशन सेशन करीब एक साल देरी से चल रहा है, लेकिन इसे सुधारने की दिशा में काम किया जा रहा है. पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) में 2024-26 का एडमिशन हुआ है, जो कि एक साल पीछे चल रहा है. वहीं, ग्रेजुएशन (UG) में 2024-28 बैच का एडमिशन हुआ है और उसका पहला सेमेस्टर एग्जाम भी हो गए ऐन. हालांकि देरी की वजह से UG सेशन फिलहाल 6 महीने लेट चल रहा है.
अन्य यूनिवर्सिटीज का भी ऐसा ही हाल
राज्य में मौजूद अन्य विश्वविद्यालयों का हाल भी कुछ ऐसा ही है. कहीं 2025 सेशन के एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होनी थी लेकिन अभी तक पिछले बैच की फाइनल परीक्षाएं भी पूरी नहीं हुई हैं. जिसके चलते इस वजह से 2025-2028 बैच के छात्रों का दाखिला अब अत्यधिक देरी से होने की उम्मीद जताई जा रही है.
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