पटना: बिहार में 12वीं के खराब रिजल्ट को लेकर स्टूडेंट्स का हंगामा सोमवार को भी जारी रहा. राजधानी समेत राज्य के कई क्षेत्रों में स्टूडेंट्स सड़क पर उतरे और आंसर शीट्स को फिर से जांचने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंस फेडरेशन के कार्यकर्ता बुद्ध मार्ग पर भारी संख्या में जमा हो गए. इसके अलावा स्टूडेंट्स बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यालय के पास भी पहुंचे और परिणाम में गड़बड़ी को लेकर उन्होंने हंगामा किया. स्टूडेंट्स को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.
स्टूडेंट्स की मांग है आंसर शीट्स की दोबारा जांच हो जांच
स्टूडेंट्स की मांग है कि सभी आंसर शीट्स की दोबारा जांच हो और दोषी अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई हो. वैशाली, गोपालगंज और नालंदा जिलों में स्टूडेंट्स सड़क पर उतरे और सरकार विरोधी नारे लगाए. भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने भी सोमवार को विभिन्न जिलों में प्रदर्शन किया, जबकि जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालयों को बंद करवाया.
12वीं क्लास के रिजल्ट में फेल हुए हैं 64 फीसदी स्टूडेंट्स
आपको बता दें कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की इस साल 12वीं का रिजल्ट 30 मई को घोषित किया गया, जिसमें करीब 64 प्रतिशत स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं. इसके साथ ही आर्ट्स के टॉपर को लेकर भी विवाद शुरू हो गया. बाद में आर्ट्स के टॉपर रहे गणेश का रिजल्ट सस्पेंड कर दिया गया और फर्जीवाड़े के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
टॉपर्स घोटाले को लेकर बिहार बोर्ड की हुई थी किरकिरी
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की बीते वर्ष आयोजित की गई 12वीं की परीक्षा में हुए टॉपर्स घोटाला मामले में समिति के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह, उनकी पत्नी एवं पूर्व जद (यू) विधायक उषा सिन्हा और वैशाली जिले के एक महाविद्यालय के प्राचार्य बच्चा राय सहित कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
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