बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट: सब्जी बेचने वाले का बेटा हिमांशु राज बना टॉपर, हर दिन 14 घंटे करता था पढ़ाई
आज जैसे ही इस खबर को लोगो ने सुना बधाई देने वालों का तांता लग गया. पंचायत के मुखिया, सहित कई जनप्रतिनिधि हिमांशु को हौशला बढ़ाते हुए माता पिता को बधाई देने आए.
पटना: बिहार बोर्ड के मैट्रिक का रिजल्ट आ गया है. रोहतास के रहने वाले हिमांशु राज ने टॉप किया है. हिमांशु ने 96.20 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप किया है. हिमांशु का सफर इतना आसान नहीं रहा. मुश्किलों का सामना करते हुए हिमांशु ने पढ़ाई की और टॉप किया. वह रोहतास के नटवार के जनता हाईस्कूल के छात्र हैं. उन्हें 481 नंबर मिले हैं.
हिमांशु बेहद गरीब परिवार से हैं और वह अपने पिता के साथ सब्जी बेचते थे. पढ़ने की लगन ऐसी थी कि काम से वक्त निकालकर 14 घंटे हिमांशु पढ़ाई करते थे. हिमांशु का ख्वाब आगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का है.
पिता एक किसान हैं
रोहतास जिले के दिनारा प्रखंड के नटवार तेनुअज पंचायत के नटवार बाजार को आज खुशी की एक बड़ी सौगात मिली. यहां का एक गरीब किसान का बेटा हिमांशु राज ने पूरे बिहार में मैट्रिक के परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया. नटवार के रहने वाले सुभाष सिंह एक किसान हैं और घर पर ही कुछ बच्चों को ट्यूसन पढ़ा कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. सुभाष के दो बच्चे हैं एक बेटी और एक बेटा, दोनों बच्चे बचपन से ही अलग तरह के प्रतिभावान है. बच्चों के शिक्षा को लेकर हमेशा ही सक्रिय रहने वाले सुभाष को ये पता नही था कि उनका बच्चा पूरे बिहार में प्रथम स्थान लेकर जिले सहित गांव, परिवार का नाम रौशन करेगा. बेटे ने वो कर दिखया जो किसी को अंदाजा भी नही था.
हिमांशु ने क्या कहा
हिमांशु अपने तैयारी को लेकर कहते हैं कि रोज कम से कम 14 घंटे पढ़ाई करता था. पिता के साथ बड़ी बहन, साथ ही गुरु शिक्षक भी काफी मदद करते थे. मुझे उम्मीद थी कि टॉप 10 में मेरा स्थान आएगा लेकिन ये नही पता था कि बिहार में प्रथम स्थान आएगा. हिमांशु आगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन कर देश की सेवा करना चाहते हैं लेकिन उसमें पिता को आर्थिक कमजोरी भी सामने दिख रही है फिर भी वो अपने प्रतिभा और लगन पर भरोषा कर मुकाम को हासिल करने में लगे हैं.
बधाई देने वालों का लगा तांता
आज जैसे ही इस खबर को लोगो ने सुना बधाई देने वालों का तांता लग गया. पंचायत के मुखिया, सहित कई जनप्रतिनिधि हिमांशु को हौशला बढ़ाते हुए माता पिता को बधाई देने आए. हिमांशु के पिता सुभाष सिंह ने बताया कि पहले बेटी ने प्रखंड में टॉप कर मान बढया तो अब बेटे ने पूरे बिहार में मेरी पहचान बनाई. गरीब किसान होते हुए भी वे हिमांशू को उसके मंजिल तक पहुचाने में कोई कसर नही छोड़ेंगे.
मिट्टी के घर में रहता है हिमांशु
हिमांशु मिट्टी के खपड़ैल मकान में अपने माता-पिता और एक बहन के साथ रहता है. माता गृहणी है और बहन भी पढ़ाई में काफी तेज है, वह इंटर में साइंस से पढ़ाई कर रही है. बता दें कि बिहार मैट्रिक रिजल्ट के लिए छात्र काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे. काफी लंबे इंतजार के बाद आज बिहार बोर्ड ने रिजल्ट जारी कर दिया. इस बार इस बार बोर्ड परीक्षा में 80.59% परीक्षार्थी पास हुए हैं.
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