शायद बचपन में हर बच्चा यही कहता है कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बनेगा. कुछ बच्चे वाकई इस मकसद के साथ मेडिकल साइंस में करियर बनाने के लिए बायोलॉजी, कैमेस्ट्री और फिजिक्स विषयों के साथ कक्षा 10 वीं के बाद साइंस स्ट्रीम चुनते हैं. हालांकि, साइंस (PCB) स्ट्रीम केवल डॉक्टर बनने तक ही सीमित नहीं है क्योंकि 12वीं के बाद छात्रों के लिए कई अन्य करियर ऑप्शन भी हैं. आइए एक-एक करके समझते हैं:


एमबीबीएस डॉक्टर या बीडीएस डेंटिस्ट मेडिकल छात्रों के लिए सबसे आम करियर लक्ष्य है. मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए NEET जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा को पास करने के लिए काफी तैयीर करनी पड़ती है. अगर आपका सपना वाकई डॉक्टर बनना हैं तो आपको राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी के लिए हर दिन कड़ी मेहनत करनी चाहिए हालांकि, चिकित्सा शिक्षा महंगी है और हर किसी के लिए इसका खर्च उठना संभव नहीं है.


BAMS और BHMS  है बेहतरीन ऑप्शन


एमबीबीएस और बीडीएस के अलावा, मेडिकल छात्रों के लिए उपलब्ध अन्य ऑप्शन बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS), बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) या बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (BUMS) हैं.


B.Sc नर्सिंग और बी.फार्मा भी अच्छा विकल्प


मेडिकल छात्रों की एक अन्य पॉपुलस च्वाइस B.Sc नर्सिंग है. सफल उम्मीदवार रजिस्टर्ड नर्स (आरएन) बन जाते हैं. भारत के साथ-साथ विदेशों में भी RN की काफी डिमांड है. वहीं बी.फार्मा एक ऐसा कोर्स है जिसे छात्र 12वीं के बाद फार्मास्यूटिकल्स और हेल्थकेयर सेक्टर में अपना करियर बनाने के लिए ले सकते हैं.


B.V.Sc. & A.H.कोर्स भी है शानदार ऑप्शन


जिन छात्रों का जानवरों के लिए सॉफ्ट कॉर्नर है, उनके लिए बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी यानी बी.वी.एससी. & A.H. सबसे सही कोर्स है. यदि जूलॉजी आपकी विशेषता है, तो इसमें स्पेशल कोर्स कर आप एनीमल ब्रीडर, जूक्यूरेटर, कंजर्वेशनिस्ट, वाइल्ड लाइफ रिहैबिलेटर, वाइडलाइफ जीवविज्ञानी, या एक रिसर्चर बन सकते हैं.


रेडियोलॉजी और पैरामेडिकल कोर्सेस भी करियर के लिए अच्छा विकल्प


रेडियोलॉजी एक और क्षेत्र है जिसकी काफी डिमांड है, और इसी तरह अन्य पैरामेडिकल कोर्सेस भी है. पीसीबी के छात्र एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी, ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी, मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी, डायलिसिस टेक्नोलॉजी जैसे पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों में बीएससी में दाखिला ले सकते हैं या इन स्पेशलाइजेशन में डिप्लोमा भी ले सकते हैं.


ऑडियोलॉजी में करें बीएससी


मेडिकल छात्र ऑडियोलॉजी में बीएससी जैसे कोर्स भी कर सकते हैं. इसके साथ ही करियर ओरिएंटेड कोर्स बीएएसएलपी (बैचलर ऑफ ऑडियोलॉजी स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजी) भी कर सकते हैं. ये कोर्स करियर बेस्ड हैं और स्किल्ड कैंडिडेट्स के लिए इस फील्ड में ढेरों नौकरियां हैं.


इन कई प्रोफेशनल कोर्सेस के अलावा स्टूडेंट्स अपने पसंद के विषय में बी.एससी कर सकते है और मास्टर्स कर सकते है. इसके बाद यूजीसी नेट की परीक्षा पास कर प्रोफेसर पदों के लिए क्वालिफाई कर सकते है या पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) बनने के लिए बी.एड कोर्सेस में एनरोल करा सकते हैं.


 


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