इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल- एस्टेट एक ऐसा फील्ड है जहां नौकरी के ज्यादा अवसर हैं. इस सेक्टर में नौकरी के साथ साथ अच्छा पैसा और विदेश घूमने का मौका भी मिलता है लेकिन इस सबके साथ ये करियर चुनौतियों से भी भरा है. लंबे वक्त तक काम करना, लोगों से डील करना अच्छे कम्युनिकेशन स्किल इस फील्ड की डिमांड है.


इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए वो सभी क्वालिटी आपमें होनी चाहिए जो एक बिजनेस शुरु करने के लिए जरूरी हैं. अगर आप खुद का काम शुरु करना चाहते हैं तो आपको लगातार लोगों से अपनी जान-पहचान बढ़नी होगी. आगे चलकर ये आपको बिजनेस बढ़ाने में मदद करेगा. इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री खासतौर से दो चीज़ों पर निर्भर करती है- कोयला खदानों और टार फैक्ट्रियों से कच्चा माल लेकर सड़क-निर्माण में खपाना, सीमेंट, बालू, ईंट लेकर मल्टी-स्टोरी बनाने में खपाना. इन दोनों बिजनेस में लागत से कई गुना पैसे में फ्लैट्स, बड़े-बड़े ब्रिज, कॉमर्शियल स्पेस बेच कर पैसा कमाया जाता है. हालांकि इसके लिए आपमें हाई लेवल के सेलिंग स्किल्स होने चाहिए.


कैसे बनाएं करियर



इस फील्ड में करियर बनाने के लिए आपको सिविल या कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग की डिग्री लेनी होगी. देश के ज्यादातर इंजीनियरिंग कॉलेज सिविल में बीटेक का ऑप्शन देते हैं. आप जेईई या जेईई- एडवांस एग्जाम पास करके टॉप आईआईटी कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं इसके आलावा कुछ राज्य लेवल और कॉलेज के अपने एंट्रेंस एग्जाम होते हैं जिन्हें क्लीयर कर आप बीटेक में एडमिशन ले सकते हैं. आप चाहें तो 10वीं और 12वीं के बाद सिविल में पॉलीटक्निक का डिप्लोमा भी कर सकते हैं. इसके अलावा अगर आप बिना किसी कोर्स के रियल-एस्टेट का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको अपने कोंटेक्ट्स के जरिये बाज़ार से कच्चा माल और मजदूर लेने होंगे. आपके बिजनेस के लिए बैंक भी लोन दे सकता है.




टेक्निकल जॉब्स के अलावा इस फील्ड में आप सेल्स, मार्केटिंग या इंटरनेश्नल रिलेशंस में एमबीए करके या बिजनेस कम्युनिकेशंस में डिग्री हासिल करके किसी कंस्ट्रक्शन कम्पनी के साथ अपने करियर की शुरूआत कर सकते हैं. आप काम के आधार पर सेल्स मैनेजर, सेल्स एग्जीक्यूटिव, कंस्ट्रक्शन एग्जीक्यूटिव जैसे पदों से अपने करियर की शुरूआत कर सकते हैं.

आपको इस फील्ड में करियर बनाने के लिए इन खास बातों के बारे में जानकारी होनी चाहिए.
1. बिल्डिंग और कंस्ट्रक्शन से जुड़े तकनीकी पहलू
2. अलग अलग क्षेत्रों में घर/प्लॉट/ज़मीनों के बाज़ार भाव और उनसे जुड़ी ख़बरों
3. अलग अलग कम्पनियों के स्टॉक और शेयर पर नज़र
4. कस्टमर्स को लुभाने के लिए मार्केटिंग, सेलिंग और प्राइसिंग की स्ट्रेटजी बनाना
5. शेयर होल्डर्स और खरीददारों के बड़े नेटवर्क को जानना


जॉब और सैलरी
इस फील्ड में डिग्री हासिल करने के बाद आपको सरकारी और प्राइवेट दोनों जॉब्स के ऑप्शन हैं लेकिन प्राइवेट जॉब्स इस फील्ड में ज्यादा हैं. एक रियल-एस्टेट सेल्स एग्जीक्युटिव की शुरूआती सैलरी 15000 से 50000 तक हो सकती है. बिजनेस लाने के आधार पर सैलरी और बढ़ सकती है. अगर आप किसी बैंक या प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के रिअल्टी या मोर्टगेज डिपार्टमेंट में कमीशन बेस पर काम करते हैं तो बिजनेस रिलेशन बनाने के अनुपात में आप ज्यादा सैलरी पा सकते हैं. आप सिविल इंजीनियर हैं तो 20 से 25 हज़ार कम से कम सैलरी आपको मिल जाएगी.




इंडिया की टॉप-10 रियल-एस्टेट कम्पनी
1. के रहेजा कन्स्ट्रक्टर
2. डीएलएफ बिल्डिंग
3. सन सिटी प्रोजेक्ट्स
4. अम्बुजा रिअल्टी ग्रुप
5. मर्लिन ग्रुप्स
6. मैजिक ब्रिक्स
7. घर4यू
8. एनके रिअल्टर
9. 99एकर्स
10. मित्तल बिल्डर्स




इंटरनेशनल एक्सपोज़र
नोएडा, गुडगाँव, बैंगलोर, हैदराबाद या चेन्नई जैसे हाई-टेक शहरों में हजारों हाईराइज बिल्डिंग्स हैं. यहां 20 मंजिल से भी ऊंची ऊंची बिल्डिंग्स आपको मिल जाएगी. नयी उन्नत तकनीक और स्टील के मज़बूत खम्भों पर ये बिल्डिंग टिकी हैं. ये तकनीक यूएसए, जापान और जर्मनी जैसे देशों से आयात की गयी हैं. रहेजा और हीरानंदानी जैसे बड़े बिल्डर्स बिल्डिंग और आईटी पार्क के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली तकनीक को जानने समझने के लिए अपने इंजीनियर्स और मैनेजर्स को विदेश भेजने का मौका भी देते हैं.






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